एक शव के दो दावेदार, मच रहा हंगामा, अब DNA रिपोर्ट का इंतजार Agra News
किसका था शव ये गुत्थी डेढ़ वर्ष बाद भी अनसुलझी। डीएनए रिपोर्ट के लिए एसपी ने भी भेजा पत्र। ढोलना थाना क्षेत्र में मिला था शव दो परिवारों ने जताया था दावा।
आगरा, जेएनएन। एक शव के दो-दो दावेदार। दोनों एक ही गांव के। ये कोई कहानी नहीं बल्कि सच घटना है। ग्रामीणों ने दोनों ही परिवारों से संयुक्त रूप से शव का अंतिम संस्कार करा तत्काल हालात भले ही बिगडऩे से बचा लिए हों मगर पुलिस डेढ़ साल भी डीएनए जांच रिपोर्ट के इंतजार में इस मर्डर मिस्ट्री में उलझी हुई है।
25 अप्रैल 2018 को ढोलना थाना क्षेत्र में रेलवे लाइन के किनारे युवक का शव मिला था। शव के पास में राकेश पुत्र बनवारी निवासी नौगवां थाना गंगीरी (अलीगढ़ ) का आधार कार्ड मिला था। पुलिस की सूचना पर राकेश के साथ ही उसी गांव के कलुआ के स्वजन भी यहां पहुंचे थे। दोनों के ही स्वजन शव पर अपना-अपना दावा कर रहे थे। ग्रामीणों ने इस शव का दोनों ही परिवारों से अंतिम संस्कार करा दिया था। शव की शिनाख्त के लिए पुलिस ने बाद में डीएनए जांच के लिए सेंपल भेजा था। अब तक ये जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इधर, अब तक न तो राकेश का ही पता चला है न ही कलुआ का।
हमारे भाई का था शव, पैर पर थे पेंट के निशान
गांव पहुंचे 'दैनिक जागरणÓ को कलुआ के पिता दिलीप और भाई टप्पू ने दावा किया कि शव कलुआ का ही था। कलुआ मजदूर था। घटना से दो दिन पहले ही पड़ोसी गांव में पेंट किया था, उसके पैर के नाखून पर पेंट के निशान थे। कलुआ उस दिन अपने भाई के जूते पहनकर गया था। ये सभी तथ्य ही कलुआ का शव होने के प्रमाण थे। दिलीप का कहना है कि राकेश ही कलुआ को बुलाकर ले गया था।
राकेश की पत्नी और दो बच्चे भी लापता
इस मिस्ट्री का एक अहम पहलू राकेश की पत्नी और दो बच्चों(डेढ़ वर्ष का बेटा और साढ़े चार वर्ष की बेटी) की गुमशुदगी भी है। उसकी शादी मारहरा के एक गांव में रतनेश से हुई थी। तीनों 14 फरवरी 2018 से गायब है। ससुर मोतीलाल ने राकेश के खिलाफ थाना दशरथ, नोएडा में तहरीर दी। इस मामले में 28 अप्रैल को कोर्ट आदेश पर मुकदमा भी दर्ज कराया। मोतीलाल ने 'जागरणÓ से बातचीत में आरोप लगाया कि राकेश ने पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या कर दी है। इधर राकेश के स्वजनों ने भी थाना ढोलना में मोतीलाल के खिलाफ तहरीर दी है।
'ये मामला संज्ञान में आने पर डीएनए रिपोर्ट के लिए हमने भी संबंधित को पत्र लिखा है। ताकि शव के बारे में स्पष्ट पता चल सके। हत्या का राजफाश हो सके'।
सुशील घुले, पुलिस अधीक्षक कासगंज