खाकी का दुखड़ा, छुट्टी न मिलने से हो रही परिवार में दिक्कत
तनाव के शिकार पुलिसकर्मियों के लिए एसएसपी ने गठित की है पुलिसकर्मी परामर्श सेल।
आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिसकर्मी परामर्श सेल में पहले रविवार को दो मामले पहुंचे। आदेश कक्ष में लगी शिकायत पेटिका में अपनी समस्या लिखकर डालने वाले पुलिसकर्मियाें को एसपी ग्रामीण और काउंसलर ने समस्या सुनी। दोनों ने बताया कि छुट्टी नहीं मिलने से परिवार में दिक्कत आ रही है। एसपी ने उनकी छुट्टी स्वीकृत करके परिवार के साथ वक्त बिताने की कहा। वहीं काउंसलर द्वारा दोनों की काउंसिलिंग की गई।
चार दिन पहले ट्रैफिक पुलिस के हेड कांस्टेबिल का शव रेलवे लाइन पर मिला था। इसका कारण तनाव माना गया था। एसएसपी बबलू कुमार ने पुलिसकर्मियों को तनाव से बचाने और उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए पुलिसकर्मी परामर्श सेल गठित करने का फैसला किया था। शनिवार को पुलिस लाइन में आदेश कक्ष के बाहर शनिवार को पेटिका लगाकर इसका शुभारंभ किया गया। इस पेटिका में पुलिसकर्मी और उनके परिवार के सदस्य अपनी समस्याएं लिखकर डाल सकते हैं। प्रत्येक शनिवार को सीओ लाइन पेटिका खोलेंगे। हर रविवार को ऐसे पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों की काउंसलिंग कराई जाएगी। यह फैसला पिछले दिनों ट्रैफिक कर्मी द्वारा आत्महत्या करने के बाद एसएसपी ने लिया। उन्हें लगा कि शायद इस प्रयास से तनावग्रस्त पुलिस कर्मियों को ठीक किया जा सके। उनके परिवार की समस्याओं का निस्तारण कराया जा सके। पेटिका में इंस्पेक्टर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक अपनी समस्या लिखकर डाल सकते हैं।
शनिवार को लगाई पेटिका में दो पुलिसकर्मियों ने अपनी समस्या लिखकर डाली थी। रविवार काे एसपी ग्रामीण पूर्वी प्रमोद कुमार और काउंसलर ने दोनों पुलिसकर्मियों की समस्या सुनी। निस्तारण के साथ ही उनकी काउंसिलिंग भी की। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस कर्मी परामर्श सेल का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इससे कि ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मी की समस्याओ का निस्तारण और काउंलसिलिंग की जा सके।
पुलिस सभी की समस्याओं का निस्तारण करती है मगर उसकी समस्याओं के निस्तारण के लिए कोई नहीं सोचता। इसलिए इस सेल का गठन किया है।इसमें आने वाली शिकायतों को गोपनीय रखा जाएगा।सिर्फ पुलिस अधिकारी नहीं विशेषज्ञों की मदद से काउसंलिंग कराई जाएगी।मनोचिकित्सकों की मदद ली जाएगी।
बबलू कुमार एसएसपी