Tweet to CM: निष्कासित कांग्रेसी ने UP अध्यक्ष के खिलाफ की मुकदमेे की मांग, पार्टी से मांगे 24 लाख
Tweet to CM युवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम नूर ने प्रदेश अध्यक्ष पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप। नवंबर में किया था पार्टी से छह वर्ष को निष्कासन।
आगरा, जागरण संवाददाता। अजय कुमार लल्लू को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पार्टी में शुरू हुई रार अब तक जारी है। पार्टी से निष्कासित युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे नदीम नूर ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। कांग्रेस से नदीम ने पार्टी कार्य में खर्च हुए 24 लाख रुपये की मांग की है।
कांग्रेस से निष्कासित नदीम ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट किया। उन्हाेंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है। नदीम ने बताया कि वो वर्ष 2012 से कांग्रेस के निर्वाचित जिलाध्यक्ष हैं। 2019 में अजय कुमार लल्लू का प्रदेश अध्यक्ष बनने पर जब उन्होंने स्वागत नहीं किया तो उनका मानसिक एवं शारीरिक शोषण किया गया। लल्लू ने आगरा में भेजे अपने आदमियों के द्वारा गाली-गलौज कराई और पार्टी छोड़ने को दबाव बनाया। बाद में गैर-संवैधानिक तरीके से बिना कोई नोटिस दिए पार्टी से निष्कासित कर उनका पार्टी को दिया गया समय व पैसा ठगा है। 15 वर्षों में संगठन को बहुमूल्य समय देने के साथ उन्होंने 24 से 25 लाख रुपये पार्टी के लिए अपनी जेब से खर्च किए। कांग्रेस पार्टी नेतृत्व से उन्होंने खर्च किए 24 लाख रुपये लौटाने की मांग की है।
जेल में हैं लल्लू
अजय कुमार लल्लू को 19 मई को फतेहपुर सीकरी में बसों के उप्र की सीमा में प्रवेश के मामले को लेकर धरना देने पर आगरा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अगले दिन उन्होंने जमानत मिली, मगर बसों की फर्जी सूची से संबंधित मामले में लखनऊ पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले गई। तभी से वो जेल में हैं। नदीम उनके खिलाफ अब लल्लू को बेल नहीं जेल कैंपेन ट्विटर पर शुरू करने जा रहे हैं।
यह था मामला
राज बब्बर के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व ने अक्टूबर, 2019 में अजय कुमार लल्लू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। पार्टी में इस पर छिड़ी रार के बीच आगरा में कुछ कांग्रेसियों ने बैठक कर वरिष्ठ कांग्रेसजन संघर्ष समिति का गठन किया था। उन्होंने समिति के जिलाध्यक्ष व शहर अध्यक्ष तय कर दिए थे। कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला ने इसे अनुशासनहीनता मानते हए 20 नवंबर को एक दर्जन कांग्रेसियों को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उन्हें अपना पक्ष भी नहीं रखने दिया गया था।
यह किए गए थे पार्टी से निष्कासित
20 नवंबर को पार्टी से अनुशासनहीनता के चलते हाजी जमीलुद्दीन कुरैशी, शिल्पा दीक्षित, अरविंद दौनेरिया, पं. संजय शर्मा, भानू भदौरिया, नदीम नूर, राघवेंद्र सिंह, रमेश पहलवान, दिलीप वर्मा, केपी सिंह चंदेल, ईशू जैन, अंशुल जादौन को पार्टी से निष्कासित किया गया था। कांग्रेस ने इनमें से किसी के निष्कासन को समाप्त नहीं किया है, लेकिन दो-तीन कांग्रेसी संगठन के साथ सक्रिय हो गए हैं।