Move to Jagran APP

Trump के दिल के वो सात सवाल, जो खींच लाए मोहब्‍बत की मीनार तक Agra News

ताजमहल के दीदार के दौरान अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने पूछे कब्र पर पेंटिंग है या जड़े हैं नगीने! जैसे सवाल।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 05:19 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 05:19 PM (IST)
Trump के दिल के वो सात सवाल, जो खींच लाए मोहब्‍बत की मीनार तक Agra News
Trump के दिल के वो सात सवाल, जो खींच लाए मोहब्‍बत की मीनार तक Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति भी सोमवार को धवल संगमरमरी ताजमहल के हुस्न के मुरीद हो गए। मुख्य मकबरे में शाहजहां और मुमताज की कब्रें व जाली वर्क को देख उन्होंने गाइड नितिन सिंह से जिज्ञासा प्रकट की कि यह पेंटिंग है? नितिन ने उन्हें बताया कि यह पेंटिंग नहीं है, पच्चीकारी कर संगमरमर में नगीने (बहुमूल्य पत्थर) जड़े गए हैं, ये सुनकर वो इसके मुरीद हो गए।

loksabha election banner

ट्रंप ने तहखाने में बनी असली कब्रों और उनके ऊपर बनी कब्रों की प्रतिकृति के बारे में पूछा कि पहले कौन-सी कब्रें बनी थीं? गाइड नितिन सिंह ने बताया कि दोनों कब्रें शहंशाह शाहजहां ने एक साथ बनवाई थीं। इस्लाम कब्रों को डेकोरेट करने की इजाजत नहीं देता। इसलिए शाहजहां ने मुमताज की कब्र की प्रतिकृति ऊपर बनवाई और उसमें कीमती पत्थर लगवाए। तहखाने में स्थित कब्रें इसलिए इतनी डेकोरेट नहीं हैं।

हालांकि, ट्रंप का पहला सवाल ताज बनवाने वाले और उसे बनाने वाले कारीगरों को लेकर था। गाइड ने उन्हें शाहजहां द्वारा मुमताज की याद में ताजमहल का निर्माण वर्ष 1632 से 1648 के बीच कराने की जानकारी दी। ट्रंप ने ताज में वाटर चैनल के बारे में पूछा कि यह बाद में बने हैं या फिर पुराने हैं। गाइड ने बताया कि वाटर चैनल ताज के निर्माण के समय ही बने हैं। ताज के दोहरे गुंबद, उसमें गूंजती आवाज, शाही मस्जिद व मेहमानखाना के बारे में भी ट्रंप ने जानकारी ली। ताज में लगे मार्बल, ब्लैक मार्बल व उसकी मजबूती के बारे में भी उन्होंने रुचि ली। बकौल गाइड, उन्हें बताया कि मार्बल मकराना से और ब्लैक मार्बल दक्षिण भारत के खड़प्पा से आया था। ट्रंप ने रॉयल गेट पर हो रही कैलीग्राफी (लिखावट) के बारे में भी पूछा।

ताजमहल में ट्रंप के सात सवाल

- ताजमहल किसने बनवाया था?

- इसे बनवाने वाले कलाकार कहां से आए थे?

- शाहजहां को कहां कैद किया गया था?

- ताज में लगा संगमरमर कहां से आया था?

- अब तक ताजमहल में क्या-क्या बदला गया है?

- वाटर चैनल शाहजहां के समय के हैं या बाद में बने हैं?

- तहखाना में बनी कब्रें पहले बनीं या फिर बाद में बनीं?

यमुना किनारा नहीं गए ट्रंप

प्रशासन को सबसे अधिक चिंता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ताज विजिट में यमुना की दुर्दशा को लेकर थी। इसके लिए यमुना में पानी छुड़वाने के साथ सफाई भी कराई गई थी। सुरक्षा कारणों के चलते ट्रंप यमुना किनारा नहीं गए। वो शाही मस्जिद की तरफ दक्षिण-पश्चिमी मीनार तक गए। यहीं से उन्होंने ढलते सूर्य की रोशनी में ताज के अप्रतिम सौंदर्य को निहारा। स्वर्णिम आभा बिखेरते ताज के सौंदर्य से वो काफी प्रभावित हुए।

डेढ़ किमी पैदल चले

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ताजमहल परिसर में वीडियो प्लेटफार्म से दायीं तरफ स्थित सीढ़ियों से उतरकर उद्यान में गए। यहां बने पाथवे से होते हुए सेंट्रल टैंक तक पहुंचे। यहां से फव्वारों के किनारे पाथवे पर चलते हुए चमेली फर्श और मुख्य मकबरे तक गए। इस दौरान ट्रंप को करीब 1.5 किमी पैदल चलना पड़ा, करीब 80 सीढ़ियां चढ़नी और उतरनी पड़ीं।

प्रदेश की सांस्कृतिक झलक ने ट्रंप को मोहा

ट्रंप का एयरफोर्स-वन विमान निर्धारित समय से करीब आधा घंटे पहले ही आगरा के एयरफोर्स स्टेशन के रन-वे नंबर एक पर पहुंच गया। यहां एयर कमोडोर एसके माथुर, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका सत्कार किया। बारी-बारी से परिचय भी कराया गया। इसके बाद उन्होंने मयूर नृत्य, बमरसिया और लिल्ली घोड़ी डांस को बड़े ध्यान से देखा, अभिभूत होकर कई बार ताली बजाई। चेहरे के भाव मन के आह्लाद को प्रकट कर रहे थे। मुस्कराते हुए उन्होंने कलाकारों का अभिवादन किया।एयरफोर्स स्टेशन से होटल अमर विलास तक के 11 किलोमीटर के रास्ते पर जगह-जगह सांस्कृतिक पंडाल पर प्रस्तुतियां चल रही थीं।

औरंगजेब की क्रूरता पर भावुक हुईं मेलानिया

मुख्य मकबरे में प्रवेश करते ही मेलानिया भावुक हो गईं। ट्रंप दंपती पूरी जिज्ञासा के साथ जानकारी ले रहा था। जब शाहजहां की कब्र की प्रतिकृति की ओर इशारा कर गाइड नितिन ने बताया कि औरंगजेब ने शाहजहां को आगरा किले में कैद कर रखा था, जहां से वह ताज देखा करते थे, तो मेलानिया भावुक हो गईं। ट्रंप ने शाहजहां और मुमताज की कब्रों की प्रतिकृति देख इसे पेंटिंग समझा। इस पर गाइड ने बताया कि यह स्टोन पर पच्चीकारी है। ट्रंप इस कला की जानकारी लेते रहे। पच्चीकारी और कैलीग्राफी उन्हें काफी भायी। ट्रंप ने मूल कब्रों, डबल डोम, मारबल, काला पत्थर और डायना बेंच के बारे में जानकारी ली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.