Indian Railway: रेलवे की सतर्कता पर यात्रियों की लापरवाही भारी, बिना मास्क रहतीं अधिकांश सवारी
Indian Railway ट्रेन में बिना मास्क यात्रा संक्रमण का बढ़ रहा खतरा। शारीरिक दूरी का भी नहीं हो रहा पालन एक सीट पर सटकर बैठ रहे यात्री। स्टेशन के बाहर वेटिंग एरिया में भी नहीं हो रहा नियमों का पालन।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से बचने को रेलवे पूरी एहतियात बरत रहा है। स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग और मास्क पहनने के बाद ही यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा है, लेकिन ट्रेन के अंदर यात्री लापरवाही बरत रहे हैं। ट्रेन में सफर करने वाले अधिकांश यात्री मास्क नहीं पहन रहे। शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हो रहा है। सोमवार को आगरा कैंट स्टेशन पर हजरत निजामुद्दीन से विशाखापट्टनम जाने वाले स्पेशल ट्रेन में कुछ ऐसा ही नजारा था। ये केवल एक ट्रेन की स्थिति नहीं है, बल्कि अधिकांश ट्रेनों में यात्री कोरोना संक्रमण के प्रति लापरवाह हैं।
कोरोना से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। हर दिन हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी यात्री सबक नहीं ले रहे हैं। सरकार ने ट्रेन में यात्रा के लिए गाइडलाइन तय की है। ट्रेन में शारीरिक दूरी का पालन हो इसके लिए जितनी सीट हैं, केवल उतने ही यात्रियों को यात्रा की अनुमति है। सबको यात्रा के दौरान मास्क लगाना है, लेकिन यात्री हैं कि इन नियमों को मानने को तैयार ही नहीं है। यात्रियों को निर्धारित सीट पर ही बैठना है, लेकिन ट्रेन के अंदर सब आसपास बैठे हुए थे। अधिकांश के चेहरे पर मास्क नहीं था। कुछ यात्री थे मास्क लगाकर दूर-दूर बैठे थे।
स्टेशन के बाहर भी नहीं लगा रहे मास्क
कैंट स्टेशन के बाहर यात्रियों के बैठने लिए टिनशेड बनाया गया है। यहां पर भी शारीरिक दूरी और मास्क का पालन नहीं हो रहा। यात्री बिना मास्क के बैठे थे। जब यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश दिया जा रहा था तो सबने मास्क लगा लिया। स्टेशन के अंदर पहुंचकर अधिकांश मास्क लगाए रहे, लेकिन कुछ ने मास्क हटा दिया।
स्टेशन पर और ट्रेन में सफर के दौरान मास्क पहनने के निर्देश हैं। अगर कोई यात्री मास्क नहीं पहनेगा तो उनके खिलाफ आरपीएफ को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को टीटीई द्वारा मास्क पहनने के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
एसके श्रीवास्तव, पीआरओ आगरा रेल मंडल