Lockdown 3.0: आगरा से जा सकेंगे चेन्नई और बेंगलोर, श्रमिकों की हुई घर वापसी
नई दिल्ली से चेन्नई और बंगलौर जाने वाली ट्रेनों का होगा कैंट पर ठहराव। आइआरसीटीसी की वेबसाइट बिजी होने के चलते हुए परेशानी।
आगरा, गौरव भारद्वाज। यदि लॉकडाउन के दौरान बीते 51 दिन से कोई ताजनगरी में फंसकर रह गया है तो अब वह अपने घर वापसी कर सकता है। बेंगलोर और चेन्नई रूट पर रेलवे ने 12 मई से 15 शहरों के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। इसमें से दो स्पेशल ट्रेन आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर भी रुकेंगी। अप-डाउन में चार ट्रेन का ठहराव आगरा में होगा। वहीं, ट्रेन की ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए सोमवार को लोग परेशान होते रहे। आइआरसीटीसी की बेवसाइट पर अभी दो-तीन दिन और लोड बने रहने के आसार जताए जा रहे हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 22 मार्च से यात्री ट्रेनों का संचालन बंद है। ऐसे में 17 मई तक लागू लॉक डाउन-3 के बीच में ही रेलवे ने 12 मई से अप-डाउन की 30 स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया। नई दिल्ली से 15 शहरों को इन ट्रेनों का संचालन होगा। इसमें नई दिल्ली से चलकर चेन्नई और बंगलौर जाने वाली स्पेशल ट्रेनों का कैंट रेलवे स्टेशन पर ठहराव होगा। इन ट्रेनों में यहां से यात्री सफर कर सकेंगे। हालांकि कई स्पेशल ट्रेनें आगरा होकर गुजरेंगी, लेकिन उनका ठहराव नहीं होगा।
रात तक परेशान रहे लोग
रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए 11 मई से आइआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट बुकिंग शुरू करने की बात कही थी। शाम चार बजे वेबसाइट खाेलने का समय दिया था। ऐसे में चार बजे से लोग टिकट बुकिंग के लिए वेबसाइट खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन तकनीकी खामी के चलते वेबसाइट नहीं खुली। छह बजे का समय दिया गया, लेकिन तब भी बुकिंग में परेशानी हुई। लोग रात तक टिकट बुकिंग के लिए परेशान रहे। एजेंट भी बार-बार वेबसाइट खोलते बंद करते रहे। अनुमान के मुताबिक देर रात तक 400 से ज्यादा लोगों ने टिकट कराए हैं।
कैंट स्पेशल ट्रेन में बिहार गए 1215 श्रमिक
आगरा और आसपास के जिलो में बिहार के रहने वाले श्रमिकों के लिए कैंट रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। इसमें 1215 प्रवासी श्रमिक वापस गए हैं। आगरा से मजदूरों को ले जाने वाली पहली ट्रेन है। कैंट स्टेशन से बिहार के बरौनी के लिए स्पेशल ट्रेन सोमवार रात करीब आठ 40 रवाना हुई। बिहार जाने वाले श्रमिक दाेपहर से स्टेशन पहुंचना शुरू हो गए थे। शाम चार बजे से इनको रेलवे इंस्टीट्यूुट में शारीरिक दूरी का पालन कर बैठाया गया। यहां पर सबकी थर्मल स्कीनिंग की गई। नाम पता और फोन नंबर नोट कर यात्रियों को टिकट देकर स्टेशन भेजा गया। स्टेशन के बाहर आरपीएफ आैर जीआरपी ने श्रमिकों को खाने के पैकेट और पानी की बोतल देकर अलग-अलग गेट से एंट्री कराई। सात बजे प्लेटफॉर्म पर ट्रेन पहुंची। सबको ट्रेन में बैठाया गया। ट्रेन के चलने का समय रात आठ बजे निर्धारित था, लेकिन अंतिम समय तक श्रमिकों के आने के चलते ट्रेन करीब 40 मिनट की देरी से चली।
कैंट स्टेशन से बिहार के बरौनी के लिए स्पेशल ट्रेन से 1215 श्रमिकों को भेजा गया है। किसी भी श्रमिक से टिकट का रुपया नहीं लिया गया है।
एसके श्रीवास्तव, पीआरओ, आगरा रेल मंडल