आगरा में एप से मिलेगा ट्रैफिक अपडेट
ट्रैफिक सहायता, एडवाइजरी और अलर्ट देने की है व्यवस्था।
आगरा(जागरण संवाददाता): अगर आपको शहर के किसी इलाके में जाने से पहले ट्रैफिक का हाल जानना है तो उप्र ट्रैफिक पुलिस का एप डाउनलोड कर लें। अब आपके शहर के ट्रैफिक का लेटेस्ट अपडेट इस पर मिलेगा। आगरा में हर चौराहे से ट्रैफिक पुलिसकर्मी हर घंटे का अपडेट दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 जून को यातायात पुलिस की वेब साइट और यातायात एप लखनऊ से लांच किया था। इस पर ट्रैफिक सहायता, एडवाइजरी और अलर्ट देने की व्यवस्था है। दो दिन पहले इस एप पर आगरा से भी नियमित अपडेट की व्यवस्था शुरू हो गई है। चौराहों पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए हैं कि वे हर घंटे ट्रैफिक की स्थिति की जानकारी वाट्सएप से दें। यह अपडेट ट्रैफिक लाइन में बैठे ट्रैफिक पुलिसकर्मी वेब साइट पर अपलोड करेंगे। इसके बाद यह अपडेट सभी को एप पर मिल सकेगा। एसपी ट्रैफिक सुनीता सिंह ने बताया कि लोगों को नियमित रूप से अपडेट देने के लिए यह शुरुआत की गई है। इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।
ये अपडेट करेंगे ट्रैफिक पुलिसकर्मी:
संबंधित चौराहे पर यातायात सामान्य है। ट्रैफिक का दबाव कैसा है? वहां कोई एक्सीडेंट तो नहीं हुआ? पीक आवर कौन से हैं? और कोई व्हीकल ब्रेकडाउन तो नहीं है।
27 को प्रशिक्षण देने आएंगे एचसीपी:
यातायात निदेशालय में यातायात एप का काम एचसीपी रामप्रवेश शर्मा देख रहे हैं। 27 जुलाई को वे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देंगे। वे उन्हें ट्रैफिक अपडेट करने के तरीके बताएंगे।
प्रदेश के सभी जिलों का एक साथ अपडेट:
यूपी ट्रैफिक पुलिस एप से प्रदेश के सभी जिले एक साथ जुड़े हैं। इस पर सभी जिलों की अपडेट देखने को मिलेगा। इससे यह जान सकते हैं कि किस शहर में यातायात सामान्य है और कहां वर्षा के कारण जाम लगा है और कहां किसी विशेष आयोजन के चलते ट्रैफिक का बोझ अधिक है।
ऐसे करें प्रयोग:
प्ले स्टोर से यूपी ट्रैफिक एप डाउनलोड कर लें। इसमें सिटीजन सर्विसेज दी गई हैं, जिसमें एक विकल्प ट्रैफिक एलर्ट का है। इस पर नियमित अपडेट देखने को मिलेगा। साथ ही उस स्थान का गूगल मैप भी मिल जाएगा। इसमें हेल्प लाइन नंबर की सूची भी दी गई है, जिस पर सूचना देने से मदद मिलेगी।
आप भी करा सकेंगे चालान:
एप में कुछ दिनों बाद सिटीजन को चालान कराने की सुविधा भी दी जाएगी। इस पर एक विकल्प दिया जाएगा, जिस पर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले वाहन का फोटो खींचकर कोई भी व्यक्ति एप पर अपलोड कर सकेगा। ट्रैफिक कंट्रोल रूम में बैठा व्यक्ति उस फोटो के आधार पर ही फोटो चालान कर उस संबंधित व्यक्ति के घर उसे भेजेगा।