CAA 2019: ताजनगरी में असहज हुए पर्यटक, टिकट बुक हुईं न मिली फ्लाइट की जानकारी Agra News
इंटरनेट सेवा बंद रहने से शुक्रवार को असहाय नजर आए पर्यटक। शनिवार को भी बंद रही इंटरनेट सेवा। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं होने से उठानी पड़ी परेशानी।
आगरा, जागरण संवाददाता। नीदरलैंड की गैबी जैकब और फ्रांस की सोनिया रेवेयाज जयपुर से आगरा आई थीं। ताजगंज स्थित होटल में रुकी पर्यटकों को दिल्ली जाकर फ्लाइट पकडऩी थी। इंटरनेट सेवा बंद रहने से दोनों बोर्डिंग पास बनवाने को परेशान दिखीं। होटल में कर्मचारी से इंटरनेट सेवा बहाल होने की जानकारी करती रहीं। उन्हें शाम छह बजे बाद भी इंटरनेट शुरू नहीं होने से निराशा मिली। कुछ यही स्थिति स्वीडन की एम्मा नीलसन की थी। दिल्ली से आगरा आईं एम्मा की वाराणसी से फ्लाइट थी।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में देश में जगह-जगह चिंगारी सुलग रही है। अफवाहें फैलने से रोकने को जिला प्रशासन ने गुरुवार रात 12 बजे से शुक्रवार शाम छह बजे तक इंटरनेट सेवा को जिले में बंद करा दिया था। इसके चलते यहां आ चुके पर्यटकों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। वो फ्लाइट का स्टेटस पता नहीं कर सके। बोर्डिंग पास नहीं बनवा सके। स्मारकों के ऑनलाइन टिकट बुक नहीं हो सके। कैब की बुकिंग नहीं हो सकीं। बैंकों से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी नहीं कर पाए। क्रेडिट कार्ड की लिमिट का पता नहीं कर सके और न उससे खरीदारी कर सके। पर्यटक होटल के बिल, खाने के बिल का ऑनलाइन पेमेंट भी नहीं कर पाए। इससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इंटरनेट सेवा बंद होने से पर्यटकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। वो फंस गए हैं। क्रेडिट कार्ड की लिमिट पता नहीं चल सकी और न ही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हो सका। पर्यटन के लिए यह बुरी स्थिति है।
-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा
पर्यटक यहां आकर स्वयं को फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं। इंटरनेट सेवा बंद होने से वो फ्लाइट की स्थिति पता नहीं कर पाए। बोर्डिंग पास तक नहीं बने। मॉन्यूमेंट के ऑनलाइन टिकट भी बुक नहीं हो सके।
-संदीप अरोड़ा, अध्यक्ष आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन
शुक्रवार को नहीं हो पाया 'चिकन डिनर'
इंटरनेट बंद होने से सबसे ज्यादा परेशान पबजी खेलने वालों को हुई। जैसे ही सुबह से इंटरनेट बंद हुआ, इन युवाओं को जोर का झटका लगा। मैच खत्म होने के बाद जीतने पर मिलने वाले चिकन डिनर से कई प्लेयर्स वंचित रह गए। मोबाइल कंपनियों को फोन करके जानकारी लेते रहे। जब पता चला कि शाम को इंटरनेट चालू होगा तो बैचेनी का स्तर चरम पर पहुंच गया। कईयों के गेम बीच में रूक गए। कई अपने मैच हार गए। ऐसे घरों की तलाश की गई, जिन घरों में वाई-फाई की सुविधा थी। ऐसे घरों में शाम तक जमघट लगा रहा।