Multi Level Parking: सुप्रीम कोर्ट से लेंगे 80 पेड़ काटने को अनुमति Agra News
शिल्पग्राम में 11 पेड़ों के चलते रुका हुआ है पार्किंग का काम। पश्चिमी गेट पार्किंग के निर्माण को 69 पेड़ काटने की जरूरत।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल पर मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण को 80 पेड़ काटने को सुप्रीम कोर्ट से अनुमति ली जाएगी। शिल्पग्राम में 11 पेड़ों की वजह से मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण का काम रुका हुआ है। वहीं, पश्चिमी गेट पर मल्टीलेवल पार्किंग के लिए 69 पेड़ काटने की आवश्यकता होगी।
शिल्पग्राम में मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण का शिलान्यास जनवरी, 2016 में हुआ था। यहां लगे पेड़ों को पूर्व में आर्किटेक्ट ने डिजाइन में शामिल किया था। बाद में उसने 11 पेड़ों को काटने की आवश्यकता बता दी। निरीक्षण को आई सेंट्रल इंपॉवर्ड कमेटी (सीईसी) ने बिना पेड़ काटे काम शुरू कराने पर उप्र पर्यटन विभाग पर जुर्माना लगा दिया था। यहां मई, 2017 से काम रुका पड़ा है। पार्किंग निर्माण पर करीब नौ करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। पर्यटन विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में पेड़ काटने को याचिका दायर की थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने उससे ताज के सदियों तक संरक्षण के लिए विजन डॉक्यूमेंट मांगते हुए यथा स्थिति का आदेश कर दिया था। पर्यटन विभाग को दोबारा याचिका दाखिल करने को कहा था। विगत दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने यथा स्थिति हटा दी थी। इसके बाद अब पर्यटन विभाग नए सिरे से पार्किंग निर्माण को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने जा रहा है। पूर्वी गेट पार्किंग में 11 पेड़ों समेत ताज पश्चिमी गेट पार्किंग के 69 पेड़ों समेत कुल 80 पेड़ों को काटने की अनुमति सुप्रीम कोर्ट से मांगी जाएगी। पार्किंग निर्माण से पर्यटकों को सहूलियत मिलेगी।
कई प्रोजेक्ट हैं अटके हुए
ताजमहल को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश हैं। नए निर्माण और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली नई इंडस्ट्री के लगाने पर भी रोक है। इसी के चलते कई नए पांच सितारा होटल व अस्पताल बनने के प्रोजेक्ट भी रुके हुए हैं। वहीं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत शहर में होने वाले विकास कार्य भी मंजूरी न मिलने के चलते निरस्त किए जा चुके हैं।