बीएड फर्जीवाडे़ में विवि को आज दाखिल करना है जवाब
बीएड 2005 फर्जीवाडे़ में एसआइटी की जांच में 4570 फर्जी डिग्रीधारक शिक्षकों को फिर लटकी तलवार
आगरा: बीएड 2005 फर्जीवाडे़ में एसआइटी की जांच में 4570 फर्जी डिग्रीधारक शिक्षकों को चिह्नित किया गया है। इनकी डिग्री को निरस्त करने की कार्रवाई आंबेडकर विवि को करनी थी, लेकिन इस मामले में कछुआ चाल के चलते मामला ठंडे बस्ते में है। गुरुवार को इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई है। इसमें विवि का जवाब दाखिल करना है। मगर, अभी तक सभी कॉलेजों ने अपना जवाब विवि को उपलब्ध नहीं कराया है।
विवि ने दस माह से लटकाया मामला
एसआइटी द्वारा चिह्नित फर्जी डिग्री धारक शिक्षकों की सूची जिलेवार बेसिक शिक्षाधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई थी। इसके आधार पर कुछ जिलों में कार्रवाई भी की गई। मगर, विवि द्वारा डिग्री फर्जी घोषित न किए जाने के कारण उन्हें राहत मिल गई। अब सवाल उठता है कि आखिर पिछले 10 महीने में विवि ने इस मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया। पिछले दिनों कोर्ट द्वारा स्पष्टीकरण के चलते बीएड कॉलेजों से नोटिस जारी कर बीएड का रिकॉर्ड मांगा गया है।
एसआइटी पहले ही जुटा चुका है साक्ष्य
विवि द्वारा कॉलेजों से जो जानकारी मांगी गई है, वह सब काम एसआइटी पहले ही कर चुकी है। एसआइटी के सूत्रों ने बताया कि उस समय के सभी बीएड कॉलेज संचालकों के बयान दर्ज कर उसने दस्तावेज लिए जा चुके हैं। इन्हें विवि द्वारा को भी सौंप दिया गया था। इसके अलावा विवि द्वारा इस मामले में एक बार भी एसआइटी के साथ बातचीत नहीं की गई। न ही उन्हें किसी बैठक में बुलाया गया।
44 कॉलेजों ने उपलब्ध कराए दस्तावेज
विवि ने 2005 में बीएड कराने वाले 84 कॉलेजों को नोटिस भेज कर जानकारी मांगी थी। इस मामले में अभी तक 44 कॉलेजों ने अपने दस्तावेज उपलब्ध करा दिए हैं। कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित का कहना है कि 44 कॉलेजों की रिपोर्ट मिल चुकी है। कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की जाएगी। जिन कॉलेजों ने जवाब नहीं दिया है, उन्हें रिमाइंडर भेज दिया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एसआइटी करेगा डिग्री निरस्त की मांग
सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल इस मामले में कुलपति से मिलकर फर्जी शिक्षकों की डिग्री निरस्त करने की मांग करेगा, जिससे जल्द से जल्द केस को पूरा किया जाए। बुधवार को एसआइटी के अधिकारी कुलपति से मिलने का इंतजार करते रहे। शाम सात बजे तक उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी।