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मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर कर रहे थे ठगी, तीन दबोचे Agra News

न्यू आगरा में खोल रखी थी कोचिंग 18 युवकों को पढ़ा रहे थे।कोचिंग और नौकरी के नाम वसूलते थे 1.80 लाख रुपये।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 06:48 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 06:48 PM (IST)
मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर कर रहे थे ठगी, तीन दबोचे Agra News
मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर कर रहे थे ठगी, तीन दबोचे Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। कोचिंग खोलकर मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओं से ठगी की जा रही थी। पीडि़त छात्रों की शिकायत पर पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वे दर्जनभर युवाओं से ठगी कर चुके हैं।

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एएसपी सौरभ दीक्षित ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि शातिरों ने न्यू आगरा थाना क्षेत्र के कौशलपुर में वर्मा कांप्लेक्स में आफशोर शिपिंग एकेडमी के नाम से कोचिंग सेंटर खोल रखा था। इसका निदेशक जुल्फिकार अहमद निवासी न्यू मार्केट बमरौली शिवाला थाना धूमलगंज प्रयागराज है। चेयरमैन दिनेश कुमार और मैनेजर लोकेश कुमार थे। दोनों कृष्णा विहार कॉलोनी थाना क्वार्सी अलीगढ़ के रहने वाले हैं। नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी करने वाली कोचिंग का जानकारी पुलिस को छात्र राकेश कुमार ने दी। राजस्थान के जालौर निवासी राकेश कुमार के पास दो महीने पहले उसके मोबाइल पर एकेडमी की ओर से फोन आया। उससे पूछा कि वह मर्चेंट नेवी में जाना चाहता है। उसने बेरोजगारी के लालच में हां कर दिया। प्रवेश परीक्षा के बाद उसके मोबाइल पर चयनित होने का मैसेज आया। काउंसिलिंग के बाद उससे 20 हजार रुपये पंजीकरण फीस जमा करा ली गई।

इसके बाद उसे प्रशिक्षण के लिए एकेडमी बुलाया गया। यहां पर उससे एकेडमी ने अपने खाते में 50 हजार रुपये और जमा कराए। राकेश से कहा गया कि उसे यहीं पर रहकर पढऩे के बाद नौकरी दिला दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान उसे पता चला कि शिपिंग एकेडमी की आड़ में बेरोजगारों से धोखाधड़ी की जा रही है। कोचिंग चलाने वालों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराके उससे रकम ठगी है। इसके बाद उसने वहां पूर्व में प्रशिक्षण कर चुके पवन पाल, गौरव श्रीवास्तव, आयुष, योगेश, आदि लड़कों से जानकारी की। उन्होंने ने भी अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में बताया।

एएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि एकेडमी में वर्तमान में मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान आदि राज्यों के एक दर्जन से ज्यादा युवकों को रखा गया था। कंपनी द्वारा नौकरी लगाने के नाम पर एक लाख 80 हजार रुपये लेती थी। कंपनी द्वारा कितने लोगों से धोखाधड़ी की गई है, इसकी छानबीन की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जा रहा है। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर उमेश चंद त्रिपाठी, एसआइ मोहित कुमार, योगेंद्र सिंह आदि थे।

वर्षों से चल रही थी कोचिंग

तीनों आरोपित एकेडमी को करीब सात साल से चल रहे थे। आशंका है कि उनके द्वारा इस दौरान कई सौ लोगों से मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की गई। पुलिस एकेडमी के रिकार्ड जब्त करके जिन लोगों के वहां पर अब तक रजिस्ट्रेशन हुए थे। उनके बारे में जानकारी कर रही है। 


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