Agra Metro Rail Project: आगरा मेट्रो के तीन भूमिगत स्टेशनों को मिली NOC, पढ़ें अब तक कितना हो चुका है काम
Agra Metro Rail Project प्राथमिकता वाले कारिडोर के हैं तीनों स्टेशन जारी हो चुका है टेंडर। मुख्य सचिव ने प्रगति की समीक्षा तेजी से हो रहा है निर्माण। यूपीएमआरसी के अफसरों ने बताया कि 567 पाइल 106 पाइल कैप 76 पियर कैप और 21 पियर का निर्माण हो चुका है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है। प्राथमिकता वाले कारिडोर के तीन भूमिगत स्टेशनों को भारतीय स्मारक प्राधिकरण ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दी है। यह स्टेशन ताजमहल, आगरा किला और जामा मस्जिद हैं। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने पिछले सप्ताह भूमिगत स्टेशनों का टेंडर जारी किया था। इसकी अंतिम तारीख 12 अक्टूबर है।
मंगलवार को लखनऊ में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने मेट्रो के प्रोजेक्ट की समीक्षा की। यूपीएमआरसी के अफसरों ने बताया कि 567 पाइल, 106 पाइल कैप, 76 पियर कैप और 21 पियर का निर्माण हो चुका है। फतेहाबाद रोड पर तीन एलीवेटेड स्टेशनों का निर्माण चल रहा है। यह स्टेशन ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड हैं। वहीं पीएसी ग्राउंड में आगरा मेट्रो का पहला डिपो बन रहा है। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कारिडोर 14 किमी लंबा होगा। इसमें साढ़े छह किमी एलीवेटेड और साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक होगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- शहर में 30 ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। इसमें साढ़े 22 किमी एलीवेटेड और साढ़े सात किमी भूमिगत स्टेशन होगा।
- मेट्रो के कुल 27 स्टेशन होंगे। इसमें सात भूमिगत और बीस एलीवेटेड होंगे।
- सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कारिडोर 14 किमी लंबा होगा।
- आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा होगा।
- मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत 8379 करोड़ रुपये है।
- आगरा मेट्रो का दूसरा डिपो कालिंदी विहार में बनेगा।
- 272 करोड़ की लागत से फतेहाबाद रोड पर तीन स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है।
- 112 करोड़ रुपये से आगरा मेट्रो के पहले डिपो का निर्माण हो रहा है।
- मेट्रो के सात भूमिगत स्टेशनों का एक साथ टेंडर हो चुका है।