Street Vending Zone: तीन करोड़ खर्च हो गए फिर भी ताजनगरी में न सज पाया चौपाटी जैसा नजारा
आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत फतेहाबाद रोड पर हैं तीन वेंडिंग जोन। वन विभाग छावनी परिषद और एडीआरडीई की आपत्ति के बाद रुका काम।
आगरा, अमित दीक्षित। प्रयास अच्छा था, एक स्थल पर 50 से 70 दुकानदार खड़े होंगे। हर दुकान के बाहर दो डस्टबिन रखे जाएंगे। दुकानें मुफ्त में दी जाएंगी। इससे एक ही छत के नीचे लोगों को हर सामान मिल सकेगा लेकिन आगरा स्मार्ट सिटी के अफसरों की लापरवाही से स्ट्रीट वेंडिंग जोन का बंटाधार हो गया है। तीन करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी वेंडिंग जोन चालू नहीं हुआ है। 105 करोड़ रुपये से फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण किया जा रहा है। होटल अमर के सामने, बसई चौकी और होटल ट्राइडेंट के समीप स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाया जाना था। ढाई साल पूर्व कार्य शुरू हुआ। बसई और होटल अमर के सामने अस्थायी दुकानें बनकर तैयार हो गई हैं। एक साल पूर्व दुकानों को लेकर वन विभाग, हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास संस्थापन (एडीआरडीई) और छावनी परिषद की आपत्ति के बाद काम बंद हो गया। वन विभाग ने अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से इन्कार कर दिया, जबकि एडीआरडीई और छावनी परिषद ने खुद की जमीन होने का दावा किया। तीन वेंडिंग जोन में 300 दुकानें लगनी थीं।
76 दुकानें बनीं, नहीं हुआ आवंटन
आइएसबीटी से सटकर 76 दुकानें बनकर तैयार हो गई हैं लेकिन अभी तक एक भी दुकान का आवंटन नहीं हुआ है।
- स्ट्रीट वेंडिंग जोन को लेकर कुछ दिक्कतें आ रही हैं। इन्हें जल्द दूर कर लिया जाएगा।
निखिल टीकाराम, सीईओ आगरा स्मार्ट सिटी लि.