Chamki at Taj: इस बार शरद पूर्णिमा पर ताजमहल पर 'चमकी' देखने की चाहत नहीं हो पाएगी पूरी
Chamki at Taj रात्रि दर्शन के लिए अभी तक नहीं आई है गाइडलाइन। लॉक डाउन के समय से रात्रि दर्शन चल रहा है बंद। सालभर में एक बार दिखाई देने वाले इस अदभुत नजारे काेे देखने के लिए देश-दुनिया से जुटते थे सैकड़ों सैलानी।
आगरा, निर्लोष कुमार। कोरोना काल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने ताजमहल को दिन में तो खोल दिया, लेकिन रात में उसकी बंदी बरकरार है। अगर, ताज रात्रि दर्शन को गाइडलाइन नहीं आती है तो इस माह शरद पूर्णिमा पर सैलानियों का 'चमकी' देखने का ख्वाब साकार नहीं हो सकेगा। पर्यटन उद्यमी ताज को रात में भी खोले जाने की मांग कर रहे हैं।
कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए संस्कृति मंत्रालय के निर्देशों पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने ताजमहल समेत देशभर के सभी स्मारकों को 17 मार्च को बंद कर दिया था। 21 सितंबर को ताजमहल खुल गया। एक दिन में अधिकतम पांच हजार टिकट ही ताजमहल के बुक किए जा सकते हैं। ताजमहल को दिन में तो सैलानी देख पा रहे हैं, लेकिन रात्रि दर्शन बंद है। दरअसल, उसके लिए कोई गाइडलाइन संस्कृति मंत्रालय या जिला प्रशासन द्वारा जारी नहीं की गई है। इसके चलते 31 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा पर सैलानी चमकी नहीं देख सकेंगे। पर्यटन उद्यमी ताज रात्रि दर्शन शुरू करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है जब एएसआइ दिन में पांच हजार टिकट बुक कर उनके लिए व्यवस्था कर सकता है, तो फिर रात्रि दर्शन में केवल 400 पर्यटकों के लिए वो इंतजाम क्यों नहीं कर सकता है?
यह हैं कुछ दिक्कतें
-स्मारकों में ग्रुप की अनुमति नहीं है। ताज रात्रि दर्शन में पर्यटक 50-50 के ग्रुप में जाते हैं। इससे शारीरिक दूरी का पालन करना मुश्किल होगा।
-प्रतिदिन शाम को पर्यटकों के जाने के बाद पूरे ताजमहल को सैनिटाइज किया जाता है। ताज खाली होते-होते सात बज जाते हैं। इसके बाद सैनिटाइजेशन किया जाता है। रात 8:30 बजे से 12:30 बजे तक रात्रि दर्शन होने पर सैनिटाइजेशन में परेशानी होगी।
ताज रात्रि दर्शन शुरू कर देना चाहिए। उसमें निश्चित अवधि के लिए सीमित संख्या में ही पर्यटकों को स्मारक में प्रवेश दिया जाता है। इससे आगरा के होटलों में रात्रि प्रवास भी बढ़ सकेगा।
-सुनील गुप्ता, चेयरमैन नोर्दर्न रीजन, इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स
ताज रात्रि दर्शन को अभी तक कोई गाइडलाइन नहीं आई है। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही हम ताज रात्रि दर्शन की शुरुआत कर पाएंंगे। उसमें कई व्यवहारिक दिक्कतें भी हैं।
-वसंत कुमार स्वर्णकार, अधीक्षण पुरातत्वविद्