अमेरिका में बाघिन में CoronaVirus Positive के बाद अब आगरा में भी सतर्कता, शुरु हुई ये प्रक्रिया
आगरा में भालुओं की देखभाल करने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग। वन एवं वन्य जीव विभाग ने दिए अधिकारियों को सावधानी बरतने के निर्देश।
आगरा, जागरण संवाददाता। अमेरिका के न्यूयार्क स्थित ब्रान्कस सर्कस में बाघिन के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद अब आगरा में भी पशु-पक्षियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने को कवायद शुरू हो गई है। सूर सरोवर पक्षी विहार (कीठम) और चंबल बर्ड सेंक्चुरी में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगी हुई है। देखरेख में जुटे विशेषज्ञों व वन र्किमयों को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। वहीं, कीठम स्थित भालू संरक्षण केंद्र में काम करने वाले व्यक्तियों की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग कराई गई है।
आगरा में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। यहां मंगलवार दोपहर तक इसके 63 केस सामने आ चुके हैं। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से न केवल मनुष्य बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी संकट की घड़ी है। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से पशु-पक्षी भी संक्रमित हो सकते हैं। अमेरिका में बाघिन के संक्रमित पाए जाने के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की वाइल्डलाइफ डिवीजन द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। आगरा में भी इसके चलते वन एवं वन्य जीव विभाग सक्रिय हो उठा है। यहां सूर सरोवर पक्षी विहार और चंबल बर्ड सेंक्चुरी दो बड़े केंद्र हैं। यहां स्थानीय पशु-पक्षियों के साथ विदेशी पक्षी भी प्रवास करने आते हैं। दोनों स्थानों पर बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश निषिद्ध किया जा चुका है। जो वन्यकर्मी व विशेषज्ञ पशु-पक्षियों की देखरेख में जुटे थे, उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। कीठम में भालू संरक्षण केंद्र चलाने वाली वाइल्ड लाइफ एसओएस को वन एवं वन्य जीव विभाग ने विशेष ध्यान बरतने के निर्देश दिए हैं। यहां तैनात सभी कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग के साथ सेनेटाइजेशन कराया गया है। भालुओं के पास किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं जाने दिया जा रहा है। चंबल सेंक्चुरी में भी सावधानी बरती जा रही है। यहां घड़यिाल, कछुए आदि हैं।
सिकंदरा में हैं कृष्ण मृग
अकबर के मकबरे सिकंदरा में 75 से 80 कृष्ण मृग हैं। यह मकबरे के उद्यान में रहते हैं। उद्यान में किसी को जाने की अनुमति नहीं है। मकबरा 17 मार्च की सुबह से ही केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के निर्देशों पर बंद हो गया था।
क्या कहते हैं अधिकारी
आगरा के अभ्यारण्यों में लॉक डाउन से पूर्व ही बाहरी लोगों का प्रवेश र्विजत कर दिया गया था। जो लोग पहले से देखरेख में जुटे हैं, उनके बाहर जाने पर पाबंदी लगाई गई है।
-मनीष मित्तल, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी
सेंट्रल जू अथॉरिटी की गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है। केंद्र में हर सप्ताह सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है।
बैजू राज, कंजर्वेशन प्रोजेक्ट डायरेक्टर, वाइल्ड लाइफ एसओएस