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अत्यंत ज्वलनशील केमिकल से भरा टैंकर चुरा ले गए चोर, विस्फोट की आशंका से मचा हड़कंप

गुजरात के कांडला पोर्ट से लेकर जा रहा था ठाकुरद्वारा, रास्ते में रुका था चालक। 48 लाख रुपये है केमिकल की कीमत।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 09:50 PM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 09:50 PM (IST)
अत्यंत ज्वलनशील केमिकल से भरा टैंकर चुरा ले गए चोर, विस्फोट की आशंका से मचा हड़कंप
अत्यंत ज्वलनशील केमिकल से भरा टैंकर चुरा ले गए चोर, विस्फोट की आशंका से मचा हड़कंप

आगरा, [जासं]: गुजरात के कांडला पोर्ट से एसीएन (एरिलॉन नाइट्रेट) केमिकल भरकर ठाकुरद्वारा मुरादाबाद के लिए जा रहा टैंकर बुधवार रात को थाना हाईवे क्षेत्र के गांव महोली से चोरी हो गया। इसमें करीब 48 लाख रुपये का अत्यंत ज्वलनशील केमिकल भरा है। रास्ते में दिवाली मनाने घर पर रुके चालक ने टैंकर को गांव के बाहर खड़ा कर दिया था। केमिकल की निकासी के दौरान विस्फोट होने की आशंका से ट्रांसपोर्ट कंपनी के अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं।

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थाना हाईवे क्षेत्र के गांव महोली निवासी अशोक कुमार, गोयल रोडवेज 18 एएस मजूमदार रोड कोलकाता का टैंकर चलाता है। वह छह नवंबर की दोपहर को गुजरात के कांडला पोर्ट से टैंकर एनएल-01 जी 7642 में 25 टन 140 किलोग्राम एसीएन (तरल) भरकर मुरादाबाद जिले के काशीपुर मार्ग स्थित पशुपति एक्रिलॉन कंपनी के लिए निकला। बुधवार की शाम को करीब साढ़े आठ बजे अपने गांव आ गया। टैंकर को उसने गांव के मुख्य मार्ग पर खड़ा कर दिया और दिवाली मनाने घर चला गया। अशोक का भतीजा प्रवीन सुबह दुकान जा रहा था। टैंकर न दिखने पर उसने चाचा अशोक को सूचना दी।

रोडवेज कंपनी के फरीदाबाद स्थित कार्यालय के मैनेजर सुनील शर्मा ने बताया कि टैंकर साढ़े छह बजे करीब भरतपुर-जयपुर मार्ग पर टोल से क्रॉस हुआ था। उसके बाद टैंकर की कोई लोकेशन नहीं मिली है। टैंकर में भरा केमिकल विदेश से आता है। उसका प्रयोग ऊनी धागा बनाने में किया जाता है।

अत्यंत घातक है केमिकल

मैनेजर सुनील शर्मा ने बताया कि केमिकल बहुत ही खतरनाक है। इसमें भाप बनती है। ढक्कन खोलते ही यह बाहर निकलती है और छोटी सी चिंगारी से एकदम तेजी से आग पकड़ती है। अगर, इसमें विस्फोट हो जाए तो कई किलोमीटर के दायरे को यह अपनी चपेट में ले लेता है। डर है कि कहीं चोर इस केमिकल को निकालते समय गलती कर गए तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। टैंकर की तलाश में कंपनी के अधिकारी लगे हुए हैं।

नहीं लगा था जीपीएस

अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ लेकर चलने वाले वाहनों की लगातार लोकेशन के लिए उनमें जीपीएस लगाने का प्रावधान है, लेकिन इस टैंकर में यह सिस्टम नहीं लगाया गया था।

माफिया का हाथ होने की आशंका

केमिकल से भरे टैंकर की चोरी के पीछे तेल माफिया का हाथ माना जा रहा है। यह भी संभावना है कि माफिया केमिकल की कीमत और उसके प्रयोग के संबंध में पूरी जानकारी रखता है।

'टैंकर चोरी की सूचना मिली है। पुलिस उसकी तलाश करा रही है, लेकिन शाम तक किसी ने भी लिखित तहरीर नहीं दी है'।

-अनूप सरोज, इंस्पेक्टर हाईवे  


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