आगरा में गेहूं खरीद की रफ्तार है धीमी, कहीं नहीं पहुंच रहे किसान, तो कहीं पंजीकरण में उलझे
आगरा जनपद में अभी तक 48 केंद्रों में से 25 पर ही हुई है गेहूं खरीद। बाह मेंं पांचों केंद्रों पर अभी तक किसान नहीं पहुंचे हैं। जगनेर क्षेत्र में भी पंजीकरण प्रक्रिया लंबित होने के कारण किसानों को मुश्किल हो रही है।
आगरा, जागरण संवाददाता। गेहूं खरीद के लिए 48 केंद्र एक अप्रैल से खोले गए हैं। इन पर न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल पर किसानों से गेहूं खरीदा जाना है, लेकिन सात दिन में 25 केंद्रों पर ही खरीद हो सकी है। 23 केंद्रों पर अभी खरीद की शुरुआत नहीं हो पाई है। कुछ पर किसान नहीं पहुंचे हैं तो कुछ पर पंजीकरण लंबित होने के कारण खरीद प्रक्रिया अटकी हुई है।
एत्मादपुर में गत वर्ष दो खरीद केंद्र थे, जबकि इस बार इसे घटाकर एक कर दिया गया है। पंजीकरण प्रक्रिया लंबित होने के कारण खरीद नहीं हो सकी है। वहीं बाह मेंं पांचों केंद्रों पर अभी तक किसान नहीं पहुंचे हैं। जगनेर क्षेत्र में भी पंजीकरण प्रक्रिया लंबित होने के कारण किसानों को मुश्किल हो रही है। किरावली के किसान जयपाल ने बताया कि सरकारी खरीद केंद्र पर गेहूं बेचना है। इसके लिए जन सुविधा केंद्र से पंजीकरण कराया, लेकिन अभी तक सत्यापन नहीं हो सका है। जगनेर के किसान राकेश ने बताया कि चार दिन पहले पंजीकरण कराया था, लेकिन नहीं हाे सका है। केंद्र पर बताया जाता है कि पंजीकरण के बाद ही खरीद की प्रक्रिया हो सकेगी। जिला खाद विपणन अधिकारी अजय विक्रम ने बताया कि कुछ केंद्रों पर अभी किसान नहीं पहुंच रहे हैं। इन क्षेत्र में गेहूं की कटाई चल रही है। वहीं कुछ किसान पंजीकरण करा रहे हैं। सात दिन में छह हजार कुंतल खरीद हुई है। ये आंकड़ा अब तेजी से बढ़ेगा।