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Illegal Cough Syrup: आगरा में अवैध कफ सीरप से करोडों के लेन देन पर पर्दा डालने का खेल शुरू

Illegal Cough Syrup अवैध कारोबार करने वाले सरगना की साजिश औषधि विभाग के हाथ खाली 15 अगस्त को आजमगढ में जब्त किया गया 70 लाख का कफ सीरप।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 08:57 AM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 08:57 AM (IST)
Illegal Cough Syrup: आगरा में अवैध कफ सीरप से करोडों के लेन देन पर पर्दा डालने का खेल शुरू
Illegal Cough Syrup: आगरा में अवैध कफ सीरप से करोडों के लेन देन पर पर्दा डालने का खेल शुरू

आगरा, जागरण संवाददाता। नशे के लिए कफ सीरप का अवैध कारोबार करने वाले शातिरों के बीच फूट पड गई है। एक दूसरे को फंसाने और करोडों के लेन देन पर पर्दा डालने के लिए का खेल शुरू हो गया है। ऐसे में आजमगढ में पकडे गए 70 लाख के कफ सीरप मामले में औषधि विभाग के हाथ खाली हैं, दवा बाजार में चर्चा है कि साजिश के तहत सीरप जब्त कराए गए हैं। आजमगढ में 15 अगस्त को ट्रक से 70 लाख कीमत फेंसेडिल कफ सीरप जब्त किए गए थे, ट्रक चालक ने बताया था कि सिकंदरा क्षेत्र से ट्रक में कफ सीरप रखे जाने की जानकारी दी थी। स्थानीय औषधि विभाग की टीम ने फेंसेडिल कफ सीरप निर्माता एबट कंपनी के गाजियाबाद और लखनऊ कैरी एंड फॉरवर्ड एजेंट सीएंडएफ हैं। इन दोनों को मेल भेजकर जनवरी से अगस्त तक आगरा के स्टॉकिस्ट को सप्लाई किए गए फेंसेडिल कफ सीरप का रिकॉर्ड मांगा गया था। इन दोनों ने आगरा में एक भी यूनिट फेंसेडिल कफ सीरप सप्लाई ना करने की जानकारी दी थी। इसके बाद औषधि विभाग की टीम आगे कार्रवाई नहीं की है। उधर, बाजार में चर्चा है कि थोक दवा की दुकान पर पांच हजार रुपये में नौकरी करने वाला फेंसेडिल कफ सीरप का करोडों का अवैध धंधा कर रहा है। उसकी कई राज्यों में करोडों की देनदारी है, उससे बचने के लिए कफ सीरप जब्त कराया गया है। इसके चलते ही इतनी बडी मात्रा में कफ सीरप जब्त होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा का कहना है कि यह पता नहीं चल सका है कि सीरप कहां से और किसके द्वारा सप्लाई किया गया। कंपनी के सीएंडएफ ने आगरा के स्टॉकिस्टों को फेंसेडिल कफ सीरप सप्लाई करने से इन्कार कर कर दिया है। ये उठ रहे सवाल आजमगढ में 70 लाख का कफ सीरप पकडा गया, कफ सीरप सिकंदरा क्षेत्र से ट्रक में रखा गया था, किस जगह से और किसके द्वारा सीरप भेजा जा रहा था, यह एसटीएफ, औषधि विभाग पता नहीं कर सका। स्थानीय औषधि विभाग की टीम कफ सीरप सप्लाई करने वाले का पता नहीं लगा सकी कफ सीरप की बिक्री करने वालों पर छापा मारकर स्टॉक चेक नहीं किया गया पंजाब पुलिस द्वारा पकडे गए अवैध दवा के कारोबार में भी स्थानीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई औषधि निरीक्षक द्वारा 34 लाख रिश्वत मांगने का प्रकरण गर्माया औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा पर पिछले साल सिकंदरा क्षेत्र में फर्जी दवा फैक्ट्री चला रहे हरीबाबू ने 34 लाख रिश्वत लेने के आरोप लगाए थे, इसका आडियो भी वायरल हुआ था। इस प्रकरण को दबा दिया गया, इस मामले में जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष आशु शर्मा ने आरटीआइ से जांच और कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी। उन्हें जनसूचना अधिकारी कलक्ट्रेट के माध्यम से जवाब दिया गया है कि सीडीओ कार्यालय द्वारा एक महीने में जानकारी दी। 

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