दशहरी आम के शौकीनों को लगा झटका, Black Mold ने छीन लिया स्वाद और रंगत
कच्चे में दिख रहा निशान पकने पर आ रहा दाग। बाजार में कम मिल रहा भाव विक्रेता परेशान।
आगरा, अम्बुज उपाध्याय। दशहरी आम के खास शौकीनों को इस बार निराशा हाथ आ रही है। हरे से पीले होते हुए महक बिखेरनी वाले आम पकने से पहले चेंपा छोड़ने के कारण काले दाग पड़ रहे हैं। इससे आम की रंगत, गुणवत्ता तो प्रभावित हो ही रही है साथ ही बाजार में भाव भी घटकर मिल रहा है। इससे थोक से लेकर फुटकर व्यापारियों तक निराशा है।
दशहरी की आवक मई के दूसरे सप्ताह से हो जाती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण जून से इसकी शुरूआत हो सकी है। कच्चे आम में हल्का दाग दिखाई देता है और आम के पकने पर ये दाग गहरा होकर उसकी रंगत को बिगाड़ देता है। छोटी से लेकर लंबी दशहरी में इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है। सिकंदरा फल एवं सब्जी मंडी में रोज मैक्स, मैटाडोर जैसी 50 छोटी बड़ी गाड़ियों की आवक होती है। इनका वजन छह से 10 टन तक हाेता है। इसमें से 70 फीसद में दाग आ रहे हैं, जिससे छांटने के बाद भी बाजार में दागी माल ही जा रहा है।
इन क्षेत्रों से होती है आवक
सिकंदरा मंडी में उप्र के दर्जनभर जिलों से आम की आवक होती है। फिलहाल उन्नाव, बुलंदशहर, अलीगढ़ का दशहरी आम आ रहा है। अगले सप्ताह से मालिहाबाद सीतापुर, मेरठ, सहारनपुर, कायमगंज, सिकंदरा राऊ की आवक भी शुरू हो जाएगी।
आकार भी आ रहा है छोटा
मंडी व्यापारी गजेंद्र सिसौदिया बताते हैं, कि इन दिनों आम की आवक तो भरपूर हो रही है, लेकिन आकार इस बार छोटा ही आ रहा है। वहीं चेंपा के कारण काला होने से पकने तक ही 10 से 15 फीसद तो खराब हो जा रहा है। रंगत सही नहीं होने के कारण खरीदार कम पसंद कर रहे हैं।
कच्चे के भाव 25 रुपये किलो
कच्चे आम का भाव, 15 से 25 रुपये किलो है, जिसे पकाने, छांटने में भी चार से सात रुपये तक खर्च होता है। इसके बाद आम तीन से चार दिन में तैयार हो रहा है। पके हुए फुटकर दशहरी आम के दाम भी 40 से 60 रुपये किलो तक हैं।
दूसरे राज्यों के नहीं मिल रहे ग्राहक
सिकंदरा मंडी में अनलॉक के बाद भी दूसरे राज्यों के खरीदार नहीं आ रहे हैं। थोक विक्रेता सुरेश ने बताया कि राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मप्र के आम व्यापारी आगरा की मंडी से खरीद करते थे। इस बार बाहर के ग्राहक तो नहीं आ सके हैं।
जिसे व्यापारी चेंपा कह रहे हैं, वह ब्लैक मोल्ड होता है। ये जहां लगता है, उस स्थान पर स्क्रीटा छोड़ता है, जिससे उस स्थान पर फंगस लग जाता है। इस का असर कच्चे आम पर दिखने लगता है और आम पकने के बाद गहरा काला दाग दिखाई देता है।
डॉ. आरएस चौहान, वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, बिचपुरी