Agra Weather: दिन में धूप छुड़ा रही पसीना और रात में हवा कंपकंपी Agra News
गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे पहुंचा। न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री किया गया दर्ज।
आगरा, जागरण संवाददाता। सर्द हवा चुभ रही है, गुरुवार को भी सर्द हवा चलती रही। इससे अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे पहुंच गया। वहीं, रात को गलन भरी सर्दी में लोग ठिठुरते रहे।
बर्फीली हवा चलने से धूप निकलने के बाद भी सर्दी से राहत नहीं मिल रही है। सुबह से धूप निकली, तेज सर्द हवा चलती रही। दोपहर 12 बजे के बाद धूप तेज होती गई, तीन बजे तक तेज धूप निकली। मगर, सर्दी से राहत नहीं मिली। अधिकतम आद्र्रता 85 फीसद दर्ज की गई। वहीं, न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 21.2 डिग्री रहा।
11 फरवरी से निकलेगी तेज धूप
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सुबह धूप निकलने के साथ सर्द हवा भी चलेगी, इससे 10 फरवरी तक सर्दी से राहत नहीं मिल सकेगी। 11 फरवरी से तेज धूप निकलेगी, मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री के बीच रह सकता है। वहीं, न्यूनतम तापमान आठ से नौ डिग्री के बीच में रहने की संभावना है। 12 फरवरी से धूप और तेज हो जाएगी और सर्दी से राहत मिल सकेगी।
प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार ताजनगरी में गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) खराब स्थिति में रही। यहां एक्यूआइ 231 दर्ज किया गया। यहां अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की मात्रा बढ़ी हुई दर्ज की गई।
सीपीसीबी द्वारा प्रतिदिन शाम को ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटङ्क्षरग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर आगरा में गुरुवार को एक्यूआइ 231 रहा। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक, 101-200 तक रहने पर मध्यम और 201-300 तक रहने पर खराब कहलाती है।
गुरुवार को कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 124 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का 31 गुना रही। अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 331 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रही। जो मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के पांच गुना से अधिक रही। धूल कणों की संख्या अधिक चलते यहां लोगों को सांस लेने में मुश्किल का सामना करना पड़ा।
यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 32, 124, 65
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 66, 111, 86
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 16, 49, 24
ओजोन, 4, 13, 8
अति सूक्ष्म कण, 77, 331, 239