Agra Metro: प्रोजेक्ट को लगने जा रहे पंख, ऐसे हो रही शुरुआत
सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक चल रहा है सर्वे। एएमआरसी के कार्यालय के लिए जमीन की तलाश।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा मेट्रो कागजों से बाहर आने लगी है। सोमवार से मेट्रो का सर्वे शुरू हो गया। जल्द मिट्टी के नमूने लिए जाएंगे।
आगरा शहर में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए ढाई दशक से मेट्रो के संचालन की मांग की जा रही थी। पिछले दिनों लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव सहित अन्य अफसरों ने सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक निरीक्षण किया। सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक सर्वे शुरू हो गया है जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर किस तरीके की दिक्कतें आएंगी और किन-किन विभागों से एनओसी लेनी पड़ेगी। पहले कॉरिडोर पर सबसे पहले काम चालू होगा। इसकी लंबाई 14 किमी है। यह ऐसा रूट है जिस पर चार प्रमुख स्मारक पड़ रहे हैं। इसमें मरियम का मकबरा, सिकंदरा, आगरा किला और ताजमहल शामिल है। उधर, एडीए और जिला प्रशासन की टीम आगरा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एएमआरसी) के लिए जमीन की तलाश कर रही है। विभागीय अधिकारी सरकारी व प्राइवेट जमीन देख रहे हैं। नगर निगम की सिकंदरा चौराहे के पास जमीन है। प्रशासन ने नगर निगम से जमीन को लेकर जानकारी मांगी है। लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि जमीन का सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में ट्रैफिक के संचालन में दिक्कत न आए, इसका भी ध्यान रखा जाएगा।
फैक्ट फाइल
- पहला कॉरीडोर - सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक : 14 किमी लंबाई, 6.53 किमी एलीवेटेड, 7.64 किमी अंडरग्राउंड
- दूसरा कॉरीडोर- आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक : 16 किमी। यह पूरा ट्रैक एलीवेटेड होगा।
- आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत 8379 करोड़ रुपये है।
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