नए सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होगा शिक्षण, आंबेडकर विवि में सात सदस्यीय कमेटी तैयार करेगी रूपरेखा
आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने आवासीय संस्थानों के शिक्षकों के साथ की वर्चुअल बैठक। प्रथम चरण में संबद्ध महाविद्यालयों फिर आवासीय संस्थानों में होगी लागू। इसके लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह तैयार है। इसके लिए बोर्ड आफ स्टडीज की बैठकें प्रारंभ की जा रही हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आवासीय संस्थानों व विभागों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आगामी सत्र 2021-22 से प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा। सात सदस्यीय कमेटी इसे लागू करने की विस्तृत रूपरेखा तैयार करेगी। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में शनिवार को आॅॅनलाइन बैठक में यह निर्णय लिए गया।
बैठक में आवासीय इकाई के सभी स्थाई शिक्षक शामिल हुए। कुलपति ने बताया कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि आगामी सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुपालन में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम का अध्यापन शुरू कराया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह तैयार है। प्रथम चरण में हम संबद्ध महाविद्यालयों में इसे लागू करेंगे और जुलाई 2022 से आवासीय संस्थानों में इसकी विधिवत शुरुआत करा दी जाएगी। इसके लिए बोर्ड आफ स्टडीज की बैठकें प्रारंभ की जा रही हैं।
सात सदस्यीय समिति का गठन
कुलपति ने स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम के अध्यापन और उसे सुचारु रूप से प्रारंभ करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसके संयोजक आइईटी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत होंगे। प्रो. अनिल वर्मा, प्रो. पीके सिंह, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. अरशद, प्रो. संतोष बिहारी शर्मा और प्रो. अचला गक्खड़ समिति सदस्य होंगे। समिति 15 मई तक स्नातक पाठ्यक्रम को नवीन सत्र में प्रारंभ करने के लिए विस्तृत रूपरेखा तैयार करेगी। बैठक में कार्यवाहक कुलसचिव प्रो. पीके सिंह, कार्यवाहक परीक्षा नियंत्रक प्रो. यूसी शर्मा, प्रो. मनोज श्रीवास्तव, प्रो. अजय तनेजा, जनसंपर्क अधिकारी प्रो. प्रदीप श्रीधर, प्रो. अनिल वर्मा, प्रो. मनु प्रताप सिंह, प्रो. अरशद आदि मौजूद रहे।