Move to Jagran APP

Agra News: शिक्षक संघ हुआ सक्रिय, बीमा की मासिक किश्त कटौती रोकने की मांग

प्राथमिक शिक्षक संघ ने सौंपा विभाग के जिला व मंडलीय अधिकारियों को ज्ञापन। सामूहिक बीमा लाभ दिलाने या ब्याज समेत रकम लौटाने की मांग। आगरा के जिले के 2457 परिषदीय विद्यालयों में करीब 10 हजार शिक्षक तैनात हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 11 Aug 2022 02:03 PM (IST)Updated: Thu, 11 Aug 2022 02:03 PM (IST)
Agra News: शिक्षक संघ हुआ सक्रिय, बीमा की मासिक किश्त कटौती रोकने की मांग
सामूहिक बीमा लाभ दिलाने या ब्याज समेत रकम लौटाने की मांग।

आगरा, जागरण संवाददाता। आठ साल से कट रही गुरुजी की जेब, कहां जा रहा बीमा पालिसी की मासिक किश्त का पैसा, किसी को नहीं पता खबर दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसका असर बुधवार को दिखा और उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी, जिला वित्त एवं लेखाधिकारी और मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (एडी) बेसिक महेश चंद को ज्ञापन सौंपकर कटौती की राशि ब्याज सहित वापस शिक्षकों को दिए जाने की मांग की।

loksabha election banner

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि एक अप्रैल 2014 के के बाद नियुक्त शिक्षकों के वेतन से मासिक सामूहिक बीमा के नाम पर 87 रुपये की कटौती हो रही है, जबकि एलआइसी ने शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सामूहिक जीवन बीमा पालिसी संख्या 4521 व 116846 को 31 मार्च 2014 को ही बंद कर दिया। 31 मार्च 2014 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों को योजना लाभ मिल रहा है, लेकिन 31 मार्च 2014 के बाद नियुक्त शिक्षक व कर्मचारियों को बीमा कवर न मिलने से बाद भी उनके वेतन से आठ साल से कटौती जारी है।

जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कंसाना का कहना है कि सामूहिक बीमा योजना बंद है, इसमें होने वाली मासिक कटौती बंद कराने के लिए कई बार अनुरोध किया गया, लेकिन कटौती जारी है और सामूहिक बीमा लाभ भी नहीं मिल पा रहा। इसलिए 31 मार्च 2014 के बाद नियुक्त शिक्षकों से जितने रुपये लिए गए हैं, उन्हें ब्याज समेत वापस किया जाए या सामूहिक बीमा लाभ दिया जाए।

करीब तीन हजार शिक्षक प्रभावित

संगठन का कहना है कि जिले के 2457 परिषदीय विद्यालयों में करीब 10 हजार शिक्षक तैनात हैं, जिनमें से करीब तीन हजार 31 मार्च 2014 के बाद नियुक्ति पाए हैं। इस समस्या से सभी परेशान हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा। जल्द ही निस्तारण न होने की स्थिति में संगठन धरना देगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.