Teachers Verification: 26 अप्रैल तक शिक्षक कराएं पूरा सत्यापन, लापरवाही पर होंगे बीएसए जिम्मेदार
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने जारी किया आदेश। 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में होना है चयनित शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन। सचिव ने यह भी चेतावनी दी कि सत्यापन में जानकर देरी करने की शिकायत उन्हें लगातार मिल रही है।
आगरा, जागरण संवाददाता। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में पिछले दिनों हुई 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में चयनित शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन में लापरवाही नहीं चलेगी। बेसिक शिक्षा परिषद ने सत्यापन कार्य 26 अप्रैल तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही पर जिम्मेदारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी की होगी।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने यह आदेश जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) राजीव कुमार यादव समेत प्रदेश के सभी बीएसए को जारी किया है।इसमें स्पष्ट निर्देश हैं कि सत्यापन में किसी भी तरह त्रुटि, गलती या विलंब से सत्यापन होने के लिए बीएसए स्वयं जिम्मेदार होंगे। सत्यापन के लिए संबंधित विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थाओं को निर्धारित शुल्क जिला स्तर से दिया जाएगा।
जानकर हो रही देरी
अपने आदेश में सचिव ने यह भी चेतावनी दी कि सत्यापन में जानकर देरी करने की शिकायत उन्हें लगातार मिल रही है, जिसके कारण चयनित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा।यदि शिकायतें सही पाई गई, तो लापरवाही पर कोई बख्शा नहीं जाएगा।
आॅॅनलाइन कराएं सत्यापन
उन्हें यह भी कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षा नियामक प्राधिकारी और कई विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर संबंधित परीक्षा का परीक्षाफल उपलब्ध हैं। इस स्थिति में सत्यापन संबंधित विश्वविद्यालय या शैक्षिक संस्थान को भेजने के साथ वैकल्पिक रूप से संबंधित अभ्यर्थियों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन आनलाइन भी किया जा सकता है। हालांकि भौतिक सत्यापन तब भी अनिवार्य होगा।भौतिक सत्यापन के लिए उन्होंने सभी 75 जिलों की गूगल शीट भी भेज दी है।