Good News: अब तक नहीं गए हैं ताज महोत्सव तो न हो निराश, अभी तीन दिन और रहेगा शिल्प का मेला Agra News
अधिकारिक रूप से हुआ समापन लेकिन सजे रहेंगे शिल्प के स्टॉल। सोमवार के स्थगित कार्यक्रम होंगे शु्क्रवार शाम।
आगरा, जागरण संवाददाता। क्या कहा अब तक कला और संस्ृकति के अनूठे मेले का भ्रमण नहीं कर पाएं हैं। तो कोई बात नहीं। निराश न हों। खरीददारी के प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। शिल्प का मेला यानि ताज महोत्सव तीन दिन और बढ़ गया है। अब एक मार्च तक आप महोत्सव में खरीददारी करने जा सकते हैं। वो भी महज 20 रुपए की टिकट में। हां जो लोग सांस्कृतिक संध्या का आनंद लेना चाहते थे उन्हें निराशा हाथ लगेगी क्योंकि मंचीय कार्यक्रमाेें का औपचारिक रूप से समापन हो गया है। हालाकि जो कार्यक्रम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विजिट के कारण स्थगित हो गए थे वो शुक्रवार को होंगे।
शिल्पग्राम में चल रहे ताज महोत्सव का औपचारिक समापन गुरुवार को हो गया। शिल्प मेले को तीन दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। बढ़ाए गए तीन दिनों में 20 रुपये की टिकट लागू रहेगी।
ट्रंप विजिट और शिवरात्रि का नहीं पड़ा प्रभाव
29 वें ताज महोत्सव का शुभारंभ 18 फरवरी को शिल्पग्राम में सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने किया था। गुरुवार को समापन समारोह में मुख्य अतिथि कमिश्नर अनिल कुमार ने कहा कि इस बार महोत्सव के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ताज विजिट और शिवरात्रि हुई। बोर्ड परीक्षाएं भी चल रही हैं। इसके बावजूद अंतिम दिन शाम तक 30 लाख रुपये की टिकट बिक्री हो चुकी है। पिछले वर्ष महोत्सव में 34 लाख रुपये की टिकट बिकी थीं। उम्मीद है कि बढ़ाए गए दिनों में टिकट बिक्री से हुई आय पिछले वर्ष के आंकड़ों को पार कर जाएगी।
ताज महोत्सव में बिके 34.4 लाख के टिकट
ताज महोत्सव में इस बार कलाकारों को भले ही दाद नहीं मिल पाई हो, लेकिन टिकट बिक्री पिछले वर्ष से भी अधिक रही। महोत्सव आयोजन समिति के अनुसार पिछले वर्ष दो दिन बढ़े महोत्सव में करीब 34 लाख रुपये के टिकट बिके थे। इस बार 10 दिन में ही 34.4 लाख रुपये के टिकट बिक गए। बढ़ाए गए तीन दिनों में होने वाली टिकट बिक्री से यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
ताज महोत्सव में हुई टिकट बिक्री
तिथि, टिकट बिके, दर्शक आए
18 फरवरी, 17600, 352
19 फरवरी, 117400, 2348
20 फरवरी, 200000, 4000
21 फरवरी, 255000, 5100
22 फरवरी, 525000, 10500
23 फरवरी, 565000, 11300
24 फरवरी, 110000, 2200
25 फरवरी, 470000, 9400
26 फरवरी, 550000, 11000
27 फरवरी, 630000, 12600
कुल, 3440000, 68800
शिल्पकला का हुआ सम्मान
ताज महोत्सव समिति की ओर से सर्वश्रेष्ठ शिल्पी का अवार्ड आंध्र प्रदेश से वुड क्राफ्ट लेकर आए टी. डोरा स्वामी को दिया गया। सर्वाधिक बिक्री का अवार्ड पंजाब से फुलकारी लेकर आईं लाजवंती को मिला। जबकि सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले का अवार्ड जयपुर से आईं ज्योति टाक को क्लॉथ प्रिंटिंग के लिए मिला। उपनिदेशक पर्यटन अमित ने धन्यवाद ज्ञापित किया। एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी, सुशील सरित, संजीव भारती, संदीप अरोड़ा, संजीव जैन, नंदू गुप्ता, राजेश कालिया, संजय सिंह, शांतिस्वरूप, सुरेश खन्ना, अवनीश शिरोमणि मौजूद रहे। संचालन प्रदीप टमटा ने किया।
मंच से इनका हुआ सम्मान
बांकेलाल माहेश्वरी, रामलीला कमेटी के राजीव अग्रवाल, डॉ. पंकज भाटिया, महोत्सव की थीम सुझाने वाली मेघा शर्मा, थीम गीत के लेखक डॉ. अमी आधार निडर, पं. केशव तलेगांवकर, टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा के पूर्व अध्यक्ष अरुण डंग, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान, होटल एंड रेस्टोरेंट ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा, प्रो. पल्लवी और स्पांसर्स को कमिश्नर अनिल कुमार ने सम्मानित किया।
28 वर्ष से आ रही हैं लाजवंती
ताज महोत्सव में पंजाब की लाजवंती 28 वर्ष से निरंतर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी क्वालिटी के चलते ही वो कई बार सर्वाधिक बिक्री का अवार्ड महोत्सव में प्राप्त कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि शिल्प मेले को कम से कम पांच दिन के लिए बढ़ाया जाना चाहिए था। इस बार पांच दिन खराब हुए हैं।
10 वर्ष से आ रहे हैं डोरा स्वामी
महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ शिल्पी के अवार्ड से सम्मानित हुए आंध्र प्रदेश के टी. डोरा स्वामी ने कहा कि वे पिछले 10 वर्ष से महोत्सव में आ रहे हैं। इस बार भी काष्ठ कला में बने भगवान गणेश, श्रीकृष्ण, वॉल पैनल समेत कई आइटम लेकर आए थे।
सहज ही विश्वास नहीं हुआ
महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले के लिए सम्मानित हुईं ज्योति टाक ने कहा कि जब उन्हें यह जानकारी दी गई कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले अवार्ड के लिए चुना गया है तो सहज ही विश्वास नहीं हुआ। सोच में पड़ गई कि मंच पर किस तरह जाऊंगी।