ताजनगरी में फैल सकता है स्वाइन फ्लू, एक और मरीज में हुई पुष्टि
50 साल की महिला में हुई एच1एन1 की पुष्टि, 40 संदिग्धों की जांच, आठ मरीज पॉजिटिव
आगरा, जागरण संवाददाता। राजस्थान के बाद ताजनगरी में स्वाइन फ्लू कहर बरपा सकता है। यहां लगातार स्वाइन फ्लू के केस आ रहे हैं। शनिवार को 50 वर्षीय महिला में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। पिछले सात दिनों में आठ मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।
कमला नगर निवासी 50 वर्षीय महिला को बुखार और सांस फूलने में समस्या होने पर एसएन के माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच कराई गई। इसमें स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इस साल 12 जनवरी को लोहामंडी निवासी 26 वर्षीय गर्भवती महिला में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी, इसके बाद तीन बच्चियों, एक महिला और दो युवकों सहित आठ पॉजिटिव केस आ चुके हैं। स्वाइन फ्लू पीड़ित मरीजों के परिजन, दो जूनियर डॉक्टर सहित 40 संदिग्धों के सैंपल की जांच की जा चुकी है। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि एसएन और जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड और एसएन की माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच की व्यवस्था की गई है। राजस्थान में बढ़ रहे केस, आगरा में खतरा
राजस्थान में स्वाइन फ्लू के केस लगातार बढ़ रहे हैं, आगरा के लोहामंडी निवासी स्वाइन फ्लू पीड़ित गर्भवती महिला के घर कोटा, राजस्थान से रिश्तेदार आए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम को आशंका है कि राजस्थान के मरीजों से स्वाइन फ्लू फैल रहा है। जिले की सीमा भी राजस्थान से सटी हुई है, हर रोज तमाम लोग आते हैं। इससे बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के इंतजाम नाकाफी
स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू के लिए रैपिड रेस्पोंस टीम बना दी है। मगर, बीमारी फैलने पर इलाज के इंतजाम नाकाफी हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त आइसोलेशन वार्ड बनाना होगा। अभी इमरजेंसी में दो बेड के आइसोलेशन वार्ड में स्वाइन फ्लू पीड़ित मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। हाथ न मिलाएं, नमस्कार करें
स्वाइन फ्लू का वायरस एच1एन1 संक्रमण के बाद सात दिन तक असर दिखाता है। संक्रमित व्यक्ति के पांच फीट के दायरे में मुंह और नाक की ड्रॉपलेट से स्वाइन फ्लू का वायरल फैलने का खतरा रहता है। ऐसे में हाथ मिलाने से बचें, नमस्कार करें। मरीज को एन 95 व ट्रिपल लेबल का मास्क लगाना चाहिए। मरीज से हाथ न मिलाएं, हाथ को साबुन से अच्छी तरह से साफ कर लें। ये हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
कैटेगरी ए - मामूली खांसी-जुकाम बुखार
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कैटेगरी बी 2 - खांसी जुकाम और तेज बुखार
कैटेगरी सी - सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, लिवर में समस्या सहित अन्य अंग ठीक से काम नहीं करते।