ताज के बाहर सफाईकर्मी हड़ताल पर रहे, दो घंटे बाद हुई खत्म Agra News
तीन माह से नहीं मिला था वेतन एएसआइ के आश्वासन पर माने। जून में भ्ाी चले गए थे हड़ताल पर।
आगरा, जागरण संवाददाता। तीन महीनों से वेतन न मिलने पर ताजमहल के बाहर सफाई करने वाले कर्मचारियों ने बुधवार को हड़ताल कर दी। हालांकि दो घंटे बाद ही वे काम पर वापस आ गए।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के दिल्ली मुख्यालय ने दिसंबर, 2018 में स्मारकों में सफाई का जिम्मा बीवीजी को सौंपा था। आगरा स्थित स्मारकों में कंपनी के 28 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। तीन महीनों से वेतन न मिलने पर मंगलवार को ताजमहल परिसर के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। इस दौरान परिसर के अंदर स्थित टॉयलेट्स में व्यवस्थाएं गड़बड़ा गईं। शौचालय में पानी आना बंद हो गया। कुछ पर्यटकों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
पर्यटकों की समस्या को देखते हुए एएसआइ कर्मचारियों ने सफाई व्यवस्था संभाली। बुधवार को ताजमहल के अंदर के सफाई कर्मचारी तो काम पर लौट आए लेकिन ताजमहल के बाहर सफाई का काम देख रहे कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। नगर निगम अधिकारियों के आश्वासन पर करीब दो घंटे बाद सफाई में जुट गए। कंपनी प्रतिनिधि महेंद्र कुमार ने बताया कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है।
पहले भी कर चुके हैं हड़ताल
वेतन नहीं मिलने पर कर्मचारियों ने 26 जून को भी हड़ताल कर दी थी। तब एएसआइ ने किसी तरह व्यवस्था संभाली थी। दो दिन की हड़ताल के बाद एक माह का वेतन मिलने पर कर्मचारी काम पर वापस लौट आए थे। इसके बाद 10 अगस्त को भी बीवीजी के सफाईकर्मियोंने ताज के संरक्षण सहायक अंकित नामदेव से मुलाकात की। पांच माह से कंपनी द्वारा वेतन नहीं मिलने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने का हवाला दिया। संरक्षण सहायक ने उनको आश्वासन दिया कि उनकी समस्या से वह दिल्ली मुख्यालय को अवगत कराएंगे।