आया सच सामने, आपके झगड़े कर रहे आपके लाड़ले को कमजोर, जानिये आंखे खोल देने वाला सच
30 फीसद बच्चे मोटापे और विटामिन की समस्या का शिकार। वेदा लाइफ रिसर्च संस्था ने देश के दस शहरों में किया सर्वे।
आगरा [कुलदीप सिंह]: फास्ट फूड और प्रिजर्वेटिव फूड बच्चों की सेहत खराब कर रहा है। शहर के 30 फीसद स्कूली छात्र मोटापे और विटामिन की कमी के शिकार हैं। खास बात यह कि पति-पत्नी के बीच होने वाले झगड़ों का असर भी संतान पर पड़ रहा है। ये उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित कर रहे हैं।
स्कूली बच्चों की सेहत और दिनचर्या जानने के लिए देश भर के 10 शहरों में सर्वे कराया गया। इसमें चार से 12 साल तक के 6918 स्कूली बच्चों पर हुए सर्वे में कई चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। आगरा में 790 स्कूली छात्रों पर सर्वे से पता चला कि इनमें मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। पेय पदार्थ उन्हें कमजोर बना रहे हैं। विटामिन की कमी से बचपन में ही उनकी आंखें कमजोर हो रही हैं। सर्वे करानी वाली संस्था वेदा लाइफ रिसर्च के निदेशक डॉ. प्रणव प्रकाश ने बताया कि अभिभावक बच्चों का मन बहलाने के लिए अनजाने में उन्हें प्रोसेस्ड फूड, कोल्डड्रिंक व बाहरी चीजें खिलाते हैं। इससे उनमें संतुलित और पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाने की आदत कम होने लगती है। यह उनके शारीरिक व मानसिक विकास पर प्रतिकूल असर डालती है। सर्वे में मोबाइल पर समय बिताने में पहले नंबर पर मुंबई, दूसरे पर दिल्ली और तीसरे पर चंडीगढ़ है। बच्चों में खून की कमी के शिकार मामलों में भोपाल पहले, रांची दूसरे और कानपुर के छात्र तीसरे स्थान पर रहे। वहीं प्रोसेस्ड फूड खाने वालों में कानपुर पहले पर रहा।
सर्वे में इतने बच्चे हुए शामिल
शहर-बच्चों की संख्या
दिल्ली-1140
मुंबई-980
आगरा-790
कानपुर-550
चंडीगढ़-756
जयपुर-520
पटना-536
रांची-489
वाराणसी-668
भोपाल-489
बीमारी - आगरा औसत--राष्ट्रीय औसत
(फीसद में)
मोटापे का शिकार- 30.25 - 23.43
कम वजन की समस्या- 9.24 -15.21
विटामिन डी की कमी-30 -35.12
खून की कमी- 14.18-18.28
सब्जी न पसंद करने वाले बच्चे-34.43- 23.45
प्रोसेस्ड फूड पसंद करने वाले- 74.30- 71.34
कोल्डड्रिंक - 86.08-82.92
आसइक्रीम और केक-91.52-87.03
हफ्ते में छह घंटे से अधिक मोबाइल इस्तेमाल करने वाले बच्चे-30.25-30.95
पारिवारिक झगड़े देखने वाले-41.01-38.13
दैनिक आहार में दूर हुए फाइबर और विटामिन
कार्बोनेटेड ड्रिंक और प्रिजर्वेटिव फूड बच्चों की सेहत पर बुरा असर डालते हैं। हरी सब्जियां और पौष्टिक आहार को दिनचर्या में शामिल न करने से फाइबर और विटामिन का कमी के कारण बच्चे बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
डॉ. सौरभ डडलानी, फिजीशियन