इस सर्दियों में लीजिए कश्मीरी सेब का भरपूर आनंद, हो रही आवक सामान्य Agra News
अनुच्छेद 370 हटने के बाद सितंबर से शुरू हुए सीजन में थमी थी आवक। गत सप्ताह से प्रतिदिन आ रही 30 से अधिक गाडि़यांं दाम में भी 200 रुपये पेटी की गिरावट।
आगरा, जागरण संवाददाता। अनुच्छेद 370 हटे दो महीने से ऊपर का समय हो गया है और कश्मीर का हाल सुधरने लगा है। इसका असर सिकंदरा मंडी में सेब की सुर्खियों से साफ नजर आ रहा है। बंपर आवक से जहां दामों में गिरावट हुई है तो व्यापारी रूकी हुई फसल आने खुश नजर आ रहे हैं। बुधवार को मंडी में 75 गाडिय़ां मौजूद थीं।
आगरा की मंडी में हिमाचल और कश्मीर दो स्थानों से सेब आते हैं। सितंबर तक हिमाचल के सेब की जमकर आमद हुई। प्रतिदिन 12 से 15 गाडिय़ां उतरती थीं। सितंबर के दूसरे सप्ताह से कश्मीरी सेब की शुरूआत हो जाती है, जिसके बाद हिमाचल का स्वाद लोग भूलने लगते हैं। इस बार ऐसा नहीं हुआ, अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुई सख्ती से स्थानीय व्यापारी खरीद करने नहीं गए। संचार सेवा भी लगभग बंद चल रही थी, जिससे संपर्क नहीं हो पा रहे थे। आधे सितंबर के बाद दो से चार गाडिय़ां रोज आनी शुरू हुई। कश्मीर के बाग स्वामी इन्हें खुद लेकर आते थे और वहां की फिजा में घुले तनाव की चर्चा भी करते थे। आवक लगभग थमी ही रही और एक महीने का सीजन निकल गया। व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी थी, लेकिन सप्ताहभर से भरपूर आवक ने मंडी को गुलजार कर दिया है। प्रतिदिन 30 से अधिक गाडिय़ा सेब लेकर आ रही हैं और बैलेंस में 15 गाडिय़ां चल रही हैं। बुधवार को ये आंकड़ा 50 पार कर गया और बैलेंस में 25 गाडिय़ां मौजूद थीं। दोपहर बाद तक सेब की बोलियां लगती रहीं और खरीदार भी जुटे रहे। इससे सेब के भाव पर भी असर पड़ा है। अब तक 500 से 900 रुपये की बिकने वाली 14 से 17 किलो की पेटी अब 200 से 750 रुपये तक हो गई है। थोक विक्रेता गजेंद्र सिसौदिया ने बताया कि 200 रुपये प्रति पेटी के दाम गिरे हैं और आवक बंपर हो रही है।