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Lockdown 4: लापरवाही, कार्ड तो बन गया, लेकिन राशन डीलर लौटा रहे बैरंग

लॉकडाउन में 24 हजार कार्ड बनाने का आपूर्ति विभाग का दावा।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 01:23 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 01:23 PM (IST)
Lockdown 4: लापरवाही, कार्ड तो बन गया, लेकिन राशन डीलर लौटा रहे बैरंग
Lockdown 4: लापरवाही, कार्ड तो बन गया, लेकिन राशन डीलर लौटा रहे बैरंग

आगरा, अंबुज उपाध्‍याय। केस-1 कार्ड धारक, प्रेम वती। निवासी, बरौली अहीर। यूनिट, चार। कार्ड बना, 20 दिन पहले। केस-2 कार्ड धारक, ज्ञानवती। निवासी, लोहामंडी। यूनिट, पांच

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कार्ड बना, 30 दिन पहले। केस-3 कार्ड धारक, सुनीता। निवासी, बरौली अहीर। यूनिट, छह। कार्ड बना, 20 दिन पहले। केस-4 कार्ड धारक, राजवती। निवासी, ट्रांसयमुना। यूनिट, चार

कार्ड बना, 25 दिन पहले।

सुनीता, राजवती, ज्ञानवती, प्रेमवती प्रशासन के उन दावों की पोल खोलते हैं, जिसमें वे लॉकडाउन में कार्ड बनाने और उनको राशन उपलब्ध कराने की बात कहते हैं। ये चंद उदाहरण हैं। दर्जनों ऐसे लोग हैं जिन पर नया बना राशन कार्ड है, लेकिन राशन नहीं मिल पा रहा है। विक्रेता इन्हें बैरंग कर देते हैं और क्षेत्रीय अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।

लॉकडाउन के दौरान कार्ड धारकों को राशन की मुश्किल ने हो इसलिए महीने में दो बार राशन वितरण हो रहा है। नियमित राशन वितरण महीने की शुरूआत में और उसके बाद प्रति यूनिट पांच-पांच किलो चावल और एक किलो चना भी निश्शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में 6.93 लाख कार्ड धारक हैं। आपूर्ति विभाग का दावा है कि 24 हजार नए राशन कार्ड लॉकडाउन में बनाए गए हैं। विक्रेताओं को भी इनका कोटा आवंटित किया जा रहा है, लेकिन फिर भी कार्ड धारक राशन के लिए परेशान घूम रहे हैं। इसके साथ ही नए कार्ड बनवाने में भी गरीबों को मुश्किल आ रही है। शहरी सीमा में नगर निगम के कर्मचारी और ग्रामीण क्षेत्र में लेखपाल ऐसे परिवारों का डाटा जुटा, सत्यापन कर विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश है। इसमें भी लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। लोहामंडी क्षेत्र की बबीता का कहना है कई बार कहा जा चुका, लेकिन कोई सत्यापन के लिए नहीं आया है। लॉकडाउन में घर से बाहर नहीं निकल रहे, जिस कारण राशन की मुश्किल हो रही है। मलपुरा क्षेत्र की सीमा का कहना है कि दो बार फॉर्म दिया जा चुका, लेकिन एक महीने से अधिक होने के बाद भी कार्ड बनकर नही आया है। जिला आपूर्ति अधिकारी उमेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि जिन क्षेत्र में अधिक राशन कार्ड बने हैं उन्हें कोटा आवंटित किया गया है। जहां कम बने हैं उनमें पोर्टेबिल्टी की सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। अगर कोई गड़बड़ी करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

ये है प्रशासन का दावा

लॉकडाउन में 24 हजार नए राशन कार्ड

662548 लोगों को निश्शुल्क राशन उपलब्ध कराया 


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