Weather Update: धूप ने दी शीतलहर से राहत, प्रदूषण में भी आई अब कुछ कमी Agra News
गुरुवार को न्यूनतम तापमान रहा सामान्य से एक डिग्री अधिक। शुक्रवार को भी सुबह से धूप खिली 27 जनवरी से फिर छाएंगे बादल।
आगरा, जागरण संवाददाता। गलन भरी सर्दी में गुरुवार को धूप निकलने से सर्दी से राहत मिली। सुबह से ही तेज धूप निकलने से अधिकतम तापमान में उछाल दर्ज किया गया। हालांकि हवा में ठंडक बरकरार है। शुक्रवार सुबह भी आसमान साफ है, बादल न छाने से धूप में गर्माहट महसूस हो रही है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अब मौसम साफ ही रहेगा।
शुक्रवार सुबह से ही धूप निकली है। गुरुवार की रात को बर्फीली हवा गलन का अहसास करा रही थी। आज सुबह 10 बजे के बाद धूप तेज होती गई। धूप से सर्दी से राहत मिली है। अधिकतम आर्द्रता 87 फीसद के आसपास है। इससे अधिकतम तापमान और न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार हैं।
27 जनवरी से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 27 जनवरी से मौसम का मिजाज बदल जाएगा। बादल छाएंगे। 28 और 29 जनवरी को बादल छाने के साथ बारिश हो सकती है। इससे न्यूनतम तापमान नौ डिग्री के करीब दर्ज किया जाएगा।
हवा ने सुधारी शहर में वायु गुणवत्ता
ताजनगरी में गुरुवार को दिनभर चली हवा से वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 175 दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता की दृष्टि से यह मध्यम स्थिति है। सोमवार से बुधवार तक एक्यूआइ खराब स्थिति में रहा था।
सीपीसीबी द्वारा प्रतिदिन शाम को पिछले 24 घंटों में ऑटोमेटिक मॉनीटङ्क्षरग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर विभिन्न शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटङ्क्षरग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के अनुसार आगरा में गुरुवार को एक्यूआइ 175 रहा, जो बुधवार के एक्यूआइ 287 से कम था। इसके चलते अस्थमा व हृदय रोगों से पीडि़तों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक, 101-200 तक रहने पर मध्यम रहती है।
यहां अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 322 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के पांच गुना से अधिक थी। कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 163 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 40 गुना से अधिक थी।
यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड, 12, 163, 48
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 40, 102, 76
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 44, 322, 153
ओजोन, 6, 12, 9
अति सूक्ष्म कण, 14, 54, 22