Journey to Jungle: जर्नी टू जंगल एंड सेव योर जंगल, प्रकृति सहेजने का लिया संकल्प
Journey to Jungle जोधपुर झाल पर पहुंचे छात्र-छात्राएं। प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों को देखकर हुए रोमांचित। जर्नी टू रूट संस्था एवं बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी ने आयोजित किया था ये भ्रमण कार्यक्रम। कार्यक्रम में पक्षियों के हेविटाट की पहचान और माइग्रेशन के बारे में जानकारी दी गई।
आगरा, जागरण संवाददाता। जर्नी टू रूट संस्था एवं बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी द्वारा आयोजित जर्नी टू जंगल एंड सेव योर जंगल कार्यक्रम के अंतर्गत प्रकृति प्रेमियों को जोधपुर झाल का शैक्षिक भ्रमण कराया गया। सभी सदस्यों ने पहली बार जोधपुर झाल को देखा। सभी वहां के प्राकृतिक सौन्दर्य को निहारते ही रह गए। जोधपुर झाल पर बहुत बड़ी संख्या में राज्य पक्षी सारस क्रेन एवं प्रवासी पक्षी फ्लेमिंगो को देख सभी रोमांच से भर गए।
जर्नी टू जंगल एंड सेव योर जंगल कार्यक्रम के तहत 70 सदस्यों के एक दल को पर्यावरणविद डा. केपी सिंह ने जोधपुर झाल का शैक्षिक भ्रमण कराया। जिसमें जोधपुर झाल के इतिहास, प्रवासी व आवासीय पक्षियों, वनस्पतियों सहित वहां की जैव विविधता की जानकारी दी गई।
जैव विविधता की जागरूकता के लिए प्रश्नोत्तरी
भ्रमण के दौरान ग्रेटर फ्लेमिंगो, लेशर फ्लेमिंगो, पिनटेल, कामन कूट, पेन्टेड स्टार्क, काम्ब डक, स्पून विल्ड डक, लेशर विशलिंग डक, नार्दन शोवलर, ब्लूथ्रोट, ब्लैक विंग स्टिल्ट, प्रवासी पक्षियों के अलावा सारस क्रेन, भारतीय मोर, किंग फिशर, बूली नेक्ड स्टार्क, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, ईग्रिट, आइविश आदि पक्षियों को देखा। कार्यक्रम में पक्षियों के हेविटाट की पहचान और माइग्रेशन के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के अंत मे जोधपुर झाल के इतिहास और यहां की जैव विविधता पर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें जर्नी टू रूट संस्था द्वारा विजेताओं को उपहार में पौधे दिये गये। विजेताओं में नेहा तिवारी, प्रिंस, नम्रता, सपना, अक्षर, श्रेयान गोयल प्रमुख रहे।
बीआरडीएस सोसायटी के सदस्यों ने समझाई झाल की जैव विविधता
बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी (बीआरडीएस) की ट्रेनिंग सेल के डा. केपी सिंह, डा. पुष्पेन्द्र विमल, डा. धीरेन्द्र सिंह, अजय चौधरी, राखी चाहर ने जोधपुर झाल के हेविटाट, मृदा के प्रकार, पानी की गुणवत्ता, वन्यजीवों, वनस्पतियों, पेड़ पौधों, प्रवासी व आवासीय पक्षियों, तितलियों व ड्रैगन फ्लाई की प्रजातियों की जानकारी के साथ जोधपुर झाल के इतिहास के बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम में जर्नी टू रूट की संस्थापक आत्मीय ईरम, बख्तियार खान, राजीव ठाकुर, दीप्ति, मेहरान, आसिम, मुस्कान, मयंक, लहर, उत्कर्ष, वैभव आदि उपस्थित रहे।