राफेल मामले में ताज पर पीएम विरोधी नारेबाजी से मचा हड़कंप, जानें क्या हुआ
ताजमहल परिसर के अंदर राफेल डील के खिलाफ किया प्रदर्शन। नारे लगाने वाले सभी युवक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हैं छात्र।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल परिसर में सोमवार को हड़कंप मच गया। स्मारक देखने पहुंचे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर दी। विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एएसआइ और सीआइएसएफ के होश उड़ गए। सीआइएसएफ ने छात्रों को पकड़ थाना ताजगंज पुलिस को सौंपने का दावा किया। हालांकि पुलिस ने सुपुर्दगी मिलने से इन्कार करते हुए सीआइएसएफ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही है।
सोमवार दोपहर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एक दर्जन से अधिक छात्र ताज देखने पहुंचे। सेंट्रल टैंक के पास पहुंचते ही छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ और राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। एकाएक हुई नारेबाजी से पर्यटकों में हड़कंप मच गया। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों ने छात्रों को दबोच लिया। छात्रों के पास से सीआइएसएफ ने कुछ झंडे और बैनर बरामद किए हैं। इन पर प्रधानमंत्री और भाजपा के खिलाफ आपत्तिजनक बातें लिखी थीं। सीआइएसएफ कमांडेंट बृजभूषण ने बताया कि छात्र अंडर गारमेंट में झंडे और बैनर छुपाकर लाए थे। इसलिए वह चेकिंग में पकड़ में नहीं आए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक छात्रों ने इस दौरान मोबाइल से वीडियो रिकार्डिंग भी की। हालांकि सीआइएसएफ ने इससे इन्कार किया है। सीआइएसएफ की तहरीर पर थाना ताजगंज पुलिस ने एक दर्जन छात्रों के खिलाफ धारा-144 के उल्लंघन पर आइपीसी की धारा-188 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
सीआइएसएफ ने छात्रों को सुपुर्दगी में नहीं दिया। सीआइएसफ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। छात्रों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
विनोद कुमार पायल, इंस्पेक्टर, ताजगंज
इनके खिलाफ हुआ मामला दर्ज
राजकुमार निवासी प्रयागराज, होतम निवासी प्रयागराज, ओमप्रकाश निवासी गाजीपुर, मृत्युंजय सिंह निवासी भदोही, विपुल चौबे निवासी प्रयागराज, आदित्य सिंह निवासी प्रयागराज, यश सिन्हा निवासी बलिया, विशाल सिंह निवासी आजमगढ़, कन्हैया तिवारी निवासी बलिया, अनुभव सिंह निवासी जौनपुर, मुकुल दीक्षित निवासी प्रयागराज और सागीर निवासी बलिया।
ताज की सुरक्षा पर फिर सवाल
ताजमहल में आरती होने और चाकू मिलने के बाद अब पोस्टर लेकर ताज में नारेबाजी से ताजमहल की सुरक्षा पर फिर सवाल पैदा हो गया है। ताज की सुरक्षा में लगे सीआइएसएफ जवानों द्वारा चेकिंग के बाद भी ताज में बैनर पहुंचने से सुरक्षा जांच पर अंगुलियां उठ रही हैं।