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Ambedkar University Agra: ये है हाल, 500 दिनों बाद भी नहीं विवि के 'तहखाने' से डिग्री निकलना नामुमकिन

Ambedkar University Agra अंतरिक्ष के ब्लैक होल की तरह नहीं निकल पातीं विवि से डिग्री। 528 दिन से छात्र लगा रहा चक्कर। आवेदन की पूरी प्रक्रिया के बाद भी नहीं मिली डिग्री। आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी बनी महज खानापूर्ति।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 08:15 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 08:15 AM (IST)
Ambedkar University Agra: ये है हाल, 500 दिनों बाद भी नहीं विवि के 'तहखाने' से डिग्री निकलना नामुमकिन
500 दिन तक आवेदन विवि के डिग्री विभाग में लंबित पड़ा रहता है। फाइल फोटो

आगरा, जागरण संवाददाता। जैसे अंतरिक्ष में ब्लैक होल होते हैं, जिनके अंदर से कुछ भी वापस लाना मुमकिन ही नहीं है। ऐसा ही एक ब्लैक होल डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के चार्ट रूम विभाग में बन गया है। इस विभाग में एक बार जो आवेदन डिग्री के लिए जाता है, उसे बाहर निकालना नामुमकिन हो जाता है। 500 दिन तक आवेदन इसी विभाग में लंबित पड़ा रहता है। विद्यार्थी चक्कर काट कर थक जाता है और दो से तीन बार डिग्री के लिए अॉनलाइन आवेदन करता है।

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यह हैं कुछ उदाहरण

दिनेश कुमार ने दिसंबर 2019 में आवेदन किया था। एमकॉम की अंकतालिका भी दोबारा बनवा चुके हैं, लेकिन चार्ट रूम में 227 दिन से आवेदन लंबित है।पूजा कुमारी की डिग्री कागजों में पिछले साल मार्च में प्रेषित दर्ज है, लेकिन पूजा को अभी तक डिग्री नहीं मिली है।राहुल कुमार ने फरवरी 2019 में आवेदन किया था, 420 दिन से चार्ट रूम में आवेदन रूका हुआ है।मनोज कुमार और श्याम कुमार वर्मा की डिग्री का आवेदन चार्ट रूम में 528 दिनों से रूका हुआ है।दीपक गुप्ता का 283 दिन से चार्ट रूम में लंबित है।नीलम का 411 दिन से आपत्तियों के कारण चार्ट रूम में आवेदन रूका हुआ है, नीलम से कहा जा रहा है कि कालेज से पत्र लिखवा कर लाओ।

बीएड विभाग भी कम नहीं

चार्ट रूम के अलावा बीएड विभाग में भी हजारों आवेदन रूके हुए हैं। मनीष कुमार यादव ने 2014 में अॉफलाइन आवेदन किया था, फिर 2018 में अॉनलाइन आवेदन किया। इसके बाद भी डिग्री नहीं मिली तो पिछले साल दिसंबर में फिर से आवेदन किया। बीएड विभाग में इनका आवेदन रूका हुआ है। मोनिका शर्मा का 220 दिन से आवेदन बीएड विभाग में रूका हुआ है।

आवेदनों की आपत्तियों की भी बनेगी लिस्ट

दो सालों में विभिन्न विभागों में लगभग 46 हजार डिग्रियों के आवेदन थे, जिनमें से 23500 को प्रेषित किया जा चुका है। 23 हजार के आसपास आवेदन अभी भी विभागों में ही रूके हुए हैं। किस विभाग में कितने आवेदन रूके हुए हैं, किसने सालों से रूके हुए हैं आदि बिंदुओं पर भी अब रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

राज्यपाल से लगा चुके हैं गुहार

सालों तक डिग्री के लिए चक्कर काटने के बाद दो छात्रों ने राज्यपाल से मदद की गुहार लगाई है। एक छात्र ने कुलपति के लिए भी वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो अपनी डिग्री मांग रहा है।

डिग्री समस्या को दूर करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। अब आपत्तियों और रूके आवेदनों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

- प्रो. अनिल वर्मा, प्रभारी, डिग्री विभाग 


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