Move to Jagran APP

Street Cafe in Agra: अधर में 35 करोड़ का स्ट्रीट कैफे, इस वजह से लगा है Break

Street Cafe in Agra पीएसी मैदान के एक भाग में विकसित होना है स्ट्रीट कैफे। बजट के अभाव में तीन साल से रुका है काम सपा ने जताया विरोध।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 03:06 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 03:06 PM (IST)
Street Cafe in Agra: अधर में 35 करोड़ का स्ट्रीट कैफे, इस वजह से लगा है Break
Street Cafe in Agra: अधर में 35 करोड़ का स्ट्रीट कैफे, इस वजह से लगा है Break

आगरा, जागरण संवाददाता। पर्यटन प्रोत्साहन के लिए फतेहाबाद रोड किनारे पीएसी मैदान के एक हिस्से में प्रस्तावित स्ट्रीट कैफे का निर्माण पिछले तीन साल से रुका हुआ है। इसके चलते निर्माण स्थल पर पड़ी निर्माण सामग्री भी खराब हो रही है। बजट के अभाव में इसका काम रुका हुआ है।

loksabha election banner

वर्ष 2016 में तत्कालीन सपा सरकार ने पर्यटन प्रोत्साहन के लिए स्ट्रीट कैफे की घोषणा की थी। अक्टूबर 2016 में योजना पर काम भी शुरू हो गया। लगभग 7120 वर्ग मीटर में बनने वाले स्ट्रीट कैफे का लगभग 20 फीसद काम भी हो गया। ईंट और लोहे के गार्डरों से आधा ढांचा भी तैयार हो गया। इसी बीच वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव आ गए। इसके चलते यह काम रुक गया। चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया। बजट के अभाव में जो काम रुका था, वह रुका ही रहा। योगी सरकार में इसके लिए बजट जारी नहीं हो सका। तीन साल से अधिक समय से यह काम रुका हुआ है।

यह थी योजना

35 करोड़ रुपये लागत से प्रस्तावित स्ट्रीट कैफे में दो रेस्टोरेंट, फूड स्टॉल, पवैलियन सहित बच्चों के लिए गेम और झूले बनाए जाने थे। योजना का मकसद था कि ताजनगरी आने वाले पर्यटक स्मारकों के भ्रमण के बाद कुछ पल सुकून के परिवार के साथ गुजार सकें। इसके लिए यह स्थान उपलब्ध कराया जा रहा था।

सेना की जमीन भी शामिल

पीएसी की जमीन में से लगभग 4000 वर्ग मीटर जमीन सेना की है। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद सेना को जब पता चला कि उनकी जमीन पर निर्माण हो रहा है, तो उन्होंने काम रुकवा दिया। बाद में प्रशासन और सेना के अधिकारियों के बीच जमीन के बदले दूसरे स्थान पर जमीन उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पर सहमति बनी। इसके बाद ही काम शुरू हो सका।

मार्च 2017 में पूरी होनी थी योजना

स्ट्रीट कैफे की योजना मार्च 2017 में ही पूरी होनी थी। मगर, सत्ता परिवर्तन के चलते यह योजना अधर में लटकी हुई है। निर्माण स्थल पर पड़ी लोहे की सरिया जंग खा रही हैं।

तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ताजनगरी के लिए यह बड़ी सौगात थी। मगर, भाजपा सरकार ने इसे आगे नहीं बढ़ाया। हमने कई बार संबंधित अधिकारियों से स्ट्रीट कैफे योजना को पूरा करने की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। शहर के विकास में भी भेदभाव किया जा रहा है।

चौधरी वाजिद निसार, महानगर अध्यक्ष, सपा 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.