राजस्थान- मध्यप्रदेश चुनाव: बॉर्डर के गांवों में भाजपा ने प्रचार का यह अपनाया तरीका
सीमावर्ती गांवों को रिश्तों से जोडऩे की बनाई रणनीति। दोनों राज्यों में मतदान से कुछ दिन पहले ही पहुंच जाएंगे भाजपाई।
आगरा [जागरण संवाददाता]: सीमावर्ती राज्य राजस्थान और मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा भी सक्रिय है। सीमावर्ती संभाग में टीमें भेजी गई हैं। मतदान से कुछ दिन पहले ब्रज से भी भाजपाई पहुंचेंगे। आगरा जिले से ही करीब 150 कार्यकर्ता भेजे जाएंगे।
राजस्थान के चुनाव में उप्र भाजपा की भागीदारी महिला मोर्चा की महिला सशक्तीकरण यात्रा के दौरान ही तय हो गई थी। तब डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने खुद को राजस्थान का रहने वाला बताकर वहां के चुनाव में सक्रिय रहने की बात कही थी। पार्टी ने अपनी रणनीति का क्रियान्वयन कर दिया है। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी का कहना है कि दोनों राज्यों के चुनाव को लेकर हम गंभीर है। यहां के कार्यकर्ता वहां भागीदारी कर रहे हैं।
ये है रणनीति
-उप्र के सीमावर्ती गांवों के लोगों की रिश्तेदारी राजस्थान व मध्यप्रदेश के गांवों में है। ऐसे परिवारों के जरिए भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया जाएगा।
-प्रदेश स्तर की टीमें जातिगत आधार पर मतदाताओं को रिझा रही हैं। उप्र की योजनाएं खासकर एससी के उत्थान की योजनाओं का वहां प्रचार किया जा रहा है।
-वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में उप्र भाजपा ने बूथ मैनेजमेंट का फंडा प्रमुखता से अपनाया था। यहां की रणनीति वहां भी अपनाई जा रही है।
कार्यकर्ता भेजे जाएंगे मतदान में
प्रदेश स्तर की टीमें भरतपुर व धौलपुर संभाग में काम कर रही हैं। आगरा जिले से करीब 150 कार्यकर्ताओं को दोनों राज्यों में भेजा जाएगा।
-श्याम भदौरिया, जिलाध्यक्ष, भाजपा