सियासत की मंजिल को भाजपा की पदयात्रा जानिये क्या है लोकसभा चुनाव की नई रणनीति
1 से 15 दिसंबर तक गांधी का संदेश ले सड़कों पर उतरेंगे भाजपाई। हर विधानसभा में 150-150 नेता-कार्यकर्ताओं की निकलेंगी छह टोलियां।
आगरा [दिलीप शर्मा]: विरोधी दल तो अभी आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन में जुटे हैं। दूसरी तरफ मैनपुरी में भाजपा रणनीति बनाकर मैदान में उतरने जा रही है। इसमें महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में निकाली जाने वाली पदयात्राएं सबसे अहम हैं। पार्टी गांधी जी के नाम के सहारे मतदाताओं को लुभाएगी और सरकार की उपलब्धियों का प्रचार भी करेगी।
भाजपा ने नवंबर से लेकर दिसंबर तक के कार्यक्रम तय कर दिए हैं। इसमें एक से 15 दिसंबर तक हर विधानसभा में पदयात्राएं निकाली जाएंगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक रणनीति जनता से सतत संपर्क की है। इसके लिए ही यह कार्यक्रम तय किए गए हैं। पदयात्रा लगातार 15 दिन तक निकलेगी और इसके रूट में संबंधित विधानसभा के हर गांव-कॉलोनी को शामिल किया जाएगा। हर विधानसभा में छह अलग-अलग टोलियां बनाकर पदयात्राएं होंगी। प्रत्येक में 150-150 लोग शामिल हैं, इसमें भी अनिवार्य निर्देश हैं कि छह टोलियों में कुल मिलाकर कम से कम 100 महिलाएं भी शामिल की जाएं। इसके पीछे वजह है कि महिला मतदाताओं को आसानी से लुभाया जा सके। पदयात्रा के दौरान कार्यकर्ता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में स्वच्छता का संदेश देंगे। साथ में केंद्र व प्रदेश सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार भी करेंगे। इसके लिए विशेष तौर पर बने पत्रक भी वितरित किए जाएंगे। इस बाबत भाजपा के मैनपुरी जिलाध्यक्ष आलोक गुप्ता के अनुसार
पदयात्रा की तैयारी की जा रही है। इसमें अलग-अलग टोलियों की सूची बनाकर रूट निर्धारण किया जाएगा।
बूथों समितियों में भरा जाएगा जोश
चुनाव में बूथ समितियों को सबसे अहम माना गया है। ऐसे में कार्यक्रमों के साथ बूथों के अध्यक्ष-कार्यकर्ताओं में भी जोश भरने की रणनीति है। 11 नवंबर से पार्टी हर बूथ पर वहां की समिति के सम्मान का कार्यक्रम करेगी।