Murder: दोस्त बने अजनबी मददगारों ने रेता था कार शोरूम मैनेजर का गला
19 अक्टूबर को मुरैना में लाश और 20 को फोर्ट रेलवे स्टेशन पर लावारिस खड़ी मिली थी कार। दोस्त बन पार्टी में बुलाने के बाद युवकों ने की थी हत्या आगरा के रहने वाले हैं आरोपित। पुलिस को हत्याकांड में अहम सुराग मिले हैं वह उनके करीब पहुंच गई है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कार शोरूम मैनेजर रंजीत खरे हत्याकांड में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। अजनबी मददगारों ने दोस्ती करने के 24 घंटे बाद ही पार्टी के बहाने बुलाकर कार शोरूम मैनेजर का गला रेत दिया था। उनकी हत्या करके लाश को मुरैना में फेंक दिया था। कार को फोर्ट रेलवे स्टेशन के पास लावारिस खड़ी करके चले गए थे। पुलिस को हत्याकांड में अहम सुराग मिले हैं, वह उनके करीब पहुंच गई है। हत्यारोपित आगरा के ही रहने वाले हैं।
मोती कटरा एमएम गेट निवासी रंजीत खरे बाइपास स्थित कार शोरूम में मैनेजर थे। वह 18 अक्टूबर की रात को गायब हो गए थे। अगले दिन उनका शव मुरैना में मिला था। रंजीत की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या की गई थी। उनकी पहचान छिपाने के लिए मोबाइल व पर्स समेत अन्य दस्तावेज हत्यारे अपने साथ ले गए थे। उनकी कमीज पर लगे कार शोरूम के टैग की मदद से पुलिस ने पहचान की थी। वहीं, रंजीत की कार 20 अक्टूबर की रात को फोर्ट रेलवे स्टेशन के सामने लावारिस हालत में खड़ी मिली थी। हत्यारों ने कार की नंबर प्लेट निकालकर उसे गाड़ी के अंदर डाल दिया था। स्वजन ने तीन दिन भटकने के बाद सिकंदरा थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। बताया जाता है कि रंजीत के गायब होने से एक दिन पहले उनकी कार नाले में फंस गई थी। रंजीत ने वहां से गुजरते कुछ युवकों से मदद मांगी। बताया जाता है कि युवकों द्वारा मदद करने के बाद उनकी रंजीत से दोस्ती हो गई। रंजीत के पास कार व रहन-सहन से युवकों को लगा कि वह काफी धनी है। साजिश के तहत अगले दिन रात को उसे पार्टी करने के बहाने बुला लिया। पार्टी के बाद लूटपाट के इरादे से कार में ही उसकी हत्या कर दी। लाश को मुरैना में फेंकने के बाद कार की नंबर प्लेट निकालकर उसे फाेर्ट रेलवे स्टेशन के पास लावारिस खड़ा कर दिया था।
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि हत्यारोपितों के बारे में अहम सुराग मिले हैं। घटना का जल्दी ही पर्दाफाश कर दिया जाएगा।