अब तक नहीं भरे तूफान के दिए जख्म, प्रशासन दे रहा अब दंश
आगरा: 11 अप्रैल को आए के बाद अब तक नहीं मिला पीड़ितों को मुआवजा।
आगरा(जागरण संवाददाता): 11 अप्रैल को आए तूफान से चुरयाई फतेहपुरसीकरी निवासी नगेंद्र कुमार के मकान की दीवार गिर गई। इससे उनकी पत्नी पिस्ता देवी का पैर टूट गया। पिस्ता देवी अस्पताल में बीस दिनों तक भर्ती रहीं, लेकिन अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। तहसील किरावली के अफसरों से जानकारी दी, तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। दूसरा मामला खाकागढ़, खेरागढ़ निवासी राम भरत ने तीन बीघा में गेहूं की फसल की बुवाई की थी। 11 अप्रैल को आए तूफान से फसल बर्बाद हो गई। राम भरत ने इसकी शिकायत खेरागढ़ तहसील के अफसरों से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। गेहूं की फसल बर्बाद होने से राम भरत की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। वहीं गांव तोरा, फतेहपुरसीकरी निवासी बलवीर सिंह के घर की छत तूफान से गिर गई थी। छत के नीचे बेटा नीतू सिंह और पुत्रवधू लक्ष्मी दब गए। लक्ष्मी के हाथ और पैर टूट गए। तीन सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रही। दैवीय आपदा के तहत लक्ष्मी को 12,300 रुपये मिलने चाहिए, लेकिन अभी तक नहीं मिले। तहसील किरावली में की गई शिकायत को अनसुना कर दिया गया।
जिले में 11 अप्रैल को आए तूफान व ओलों की बरसात से बीस लोगों की मौत हो गई। 80 लोग घायल हो गए। बड़ी संख्या में मकान गिर गए। 1.5 लाख किसानों की गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। 24 घंटे के भीतर शासन ने 52.60 करोड़ रुपये रिलीज किए थे। 26 दिन के बाद भी बड़ी संख्या में घायल व किसान ऐसे हैं, जिन्हें मुआवजा नहीं मिला है।
इस आस में वे तहसीलों व ब्लॉकों के चक्कर लगा रहे हैं। जबकि सीएम के आदेश हैं कि दैवीय आपदा के पीड़ितों को फौरन मुआवजा दिया जाए। मुफ्त में उनका इलाज कराया जाए और अगर बेघर हो गए हैं, तो उन्हें आवास दिया जाए। उंडेरा गांव फतेहपुरसीकरी निवासी खुशीराम पुजारी ने बताया कि तूफान से मकान क्षतिग्रस्त हो गया था। मुआवजे की आस में तहसील किरावली के चक्कर लगा रहे हैं। घुसियाना खेरागढ़ निवासी हुकुम सिंह ने बताया कि चार बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। अभी तक एक रुपया नहीं मिला है।
इस बाबत जिलाधिकारी गौरव दयाल का कहना है कि सभी एसडीएम को 11 अप्रैल को आए तूफान के मुआवजे का बजट रिलीज कर दिया गया है। मुआवजा अभी तक क्यों नहीं बांटा गया, इसका स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा। मृतकों के परिजनों को मिला मुआवजा
11 अप्रैल को आए तूफान में बीस और दो मई को 50 लोगों की मौत हुई थी। एडीएम वित्त एवं राजस्व राकेश कुमार ने बताया कि सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये के चेक वितरित हो गये हैं।