स्टेंट से पीएम मोदी की वीवीआइपी गेस्ट बनी सलोनी
आगरा: स्टेंट ने सलोनी को वीवीआइपी गेस्ट बना दिया।
जागरण संवाददाता, आगरा: सलोनी को सुनाई कम देता है, उम्र 65 साल है। सकरी गलियों में उनका दो कमरे का मकान हैं, परिवार में 15 सदस्य हैं। बीते मार्च दो स्टेंट डलवाए थे। इन स्टेंट ने सलोनी को वीवीआइपी गेस्ट बना दिया, उन्हें कार से लेकर टीम कलक्ट्रेट पहुंची। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों से स्टेंट, जोड़ प्रत्यारोपण सहित स्वास्थ्य सेवाओं पर बात करनी थी। मगर, आगरा केंद्र का नंबर नहीं आया।
सुबह साढ़े नौ बजे से देश के चुनिंदा शहरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टेंट और जोड़ प्रत्यारोपण, डायलिसिस करा रहे मरीजों से बात की। आगरा केंद्र के लिए कलक्ट्रेट में 14 मरीज बुलाए गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम एक सप्ताह से तैयारी कर रही थी। पांच जून को प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया कि सात मार्च को राम मनोहर लोहिया, हॉस्पिटल दिल्ली में (80 हजार रुपये हुआ खर्चा) दो स्टेंट डलवा चुकी सलोनी को भी बुलाना है। उनसे संपर्क करने के लिए प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई गई। टीम के सदस्यों ने फोन पर संपर्क किया, सलोनी के बेटे ने कार्यक्रम में जाने से इन्कार कर दिया। छह जून को सुबह छह बजे लश्करपुर, न्यू आगरा की सकरी गलियों में उनका पता पूछते हुए टीम पहुंच गई। यहां दो कमरे में 15 सदस्य रह रहे थे, उनके तीन बेटे हैं, सबसे छोटा बेटा पिंटू प्राइवेट नौकरी करता है। टीम ने उन्हें समझाया, परिवार में एक दिव्यांग भी था। उसका प्रमाण पत्र बनाने के लिए कहा, सलोनी का फॉलोअप इलाज आगरा में ही निश्शुल्क कराने का प्रलोभन दिया। इसके बाद वह कार्यक्रम में जाने के लिए तैयार हो गई। मगर, घर से कलक्ट्रेट तक कैसे जाएं, इसके लिए कार बुक की गई। सलोनी को सुनाई कम देता है, ऐसे में मोदी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात करने के लिए उनके बेटे सहित कुछ अधिकारियों को लगाया गया। उन्हें सामने गेस्ट की कुर्सी पर बिठाया गया। एक के बाद एक केंद्रों पर पीएम मोदी ने बात की, इसका लाइव टेलीकास्ट दूरदर्शन पर चल रहा था। मगर, आगरा केंद्र का नंबर नहीं आया और 10.20 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग खत्म हो गई। इस दौरान सीडीओ रविंद्र कुमार, सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स, डॉ. सुबोध कुमार आदर्श, डॉ. नंदन सिंह, डॉ. विपुल अग्रवाल, डॉ. गौरव शर्मा आदि मौजूद रहे। स्टेंट, इम्प्लांट के साथ डॉक्टर की फीस हो कम
वीडियो कांफ्रेंसिंग में पीएम मोदी ने स्टेंट, घुटना प्रत्यारोपण के लिए इम्प्लांट के रेट कम होने, सरकारी अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा और जन औषधि केंद्र से सस्ती दवा को लेकर मरीजों से चर्चा की। उनसे कहा आयुष्मान भारत योजना से पांच लाख तक इलाज की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही योग और व्यायाम के साथ बेहतर खानपान से बीमारी से बच सकते हैं। कार्यक्रम में शामिल हुए मरीजों से ने कहा कि स्टेंट के रेट 30 हजार और इम्प्लांट के रेट 54 हजार फिक्स कर दिए हैं। इसी तरह से डॉक्टर की फीस भी फिक्स कर दी जाए। इससे खर्चा और कम हो जाएगा। एसएन में जोड़ प्रत्यारोपण के साथ ही स्टेंट डालने की सुविधा भी शुरू हो जाए। ये मरीज हुए शामिल
ओपी चाहर, मीना वर्मा, मालती शर्मा (इन सभी ने जोड़ प्रत्यारोपण कराया)
सलोनी, रमेश कटारिया, नरेश सिंघल, गजेंद्र पाल सिंह, ज्ञान सिंह, सुरेश चंद्र शर्मा, नेक राम, जगदीश सिंह यादव, सुभाष अवस्थी, शैलेंद्र अग्निहोत्री, सुरेश चंद्र (इन सभी ने स्टेंट डलवाए हैं) सुनाई कम देता है, अब बेटा ही जाने क्यों बुलाया?
सलोनी, लश्करपुर घुटना प्रत्यारोपण कराया है, पहले दो लाख का खर्चा था अब 1.50 लाख में प्रत्यारोपण हो गया।
मीना वर्मा, आवास विकास