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माह- ए- रमजान: पहले रोजे से ही जान लें सहरी और इफ्तार का सही तरीका

भीषण गर्मी में 30 दिनों तक रोजा रखना नहीं है आसान। हल्‍के और सुपाच्‍य भोजन की है आहार विशेषज्ञों की सलाह।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 04:12 PM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 04:12 PM (IST)
माह- ए- रमजान: पहले रोजे से ही जान लें सहरी और इफ्तार का सही तरीका
माह- ए- रमजान: पहले रोजे से ही जान लें सहरी और इफ्तार का सही तरीका

आगरा, जागरण संवाददात। खुदा की इबादत का माह रमजान मंगलवार से शुरु हो गया है और इसकी के साथ शुरु हो गए हैं रोजे। भीषण गर्मी में पूरे दिन रोजा रखना और दैनिक जीवन के कार्यों को भी करना कोई आसान बात नहीं है। आज जब रोजेदार पहला इफ्तार करेंगे। आहार विशेषज्ञों के अनुसार 30 दिन के रोजे बिना किसी व्‍यवधान के रखने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्‍यान रखना बेहद जरूरी है।  

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रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समाज के लोग 30 दिन तक रोजे रखते हैं। इस दौरान रोजा रखने वालों को इस महीने में खान-पान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है। रोजे के समय दिन में कुछ भी नहीं खाया-पीया जाता है। रोजे में इफ्तार और सहरी के बीच के समय में ही खान-पान किया जाता है। इफ्तार से लेकर सेहरी तक ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। डाक्टरों का कहना है कि रोजे के दौरान नींद पूरी न लेने से आप बीमार भी हो सकते हैं। रोजे के समय डाक्टर खान पान की चीजों पर विशेष ध्यान देने की सलाह देते हैं। इस दौरान गैरजरूरी चीजों को खाने से बचना चाहिए।

तली चीजों से करें तौबा

रोजे के दौरान तली हुई चीजों को खाने से बचने की सलाह दी जाती है। सहरी के समय अंडा, आटे की रोटी या परांठा, ताजे फल आदि खाने से सेहत ठीक रहती है। ध्यान रहे सहरी के समय ज्यादा कॉफी या सोडा नहीं पीना चाहिए। साथ ही सहरी में बिरयानी, कबाब, पिज्जा, और फास्ट फूड्स नहीं खाने चाहिए। ये आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। रोजे में इफ्तार के दौरान खजूर खाना चाहिए। खजूर सेहत के लिए फायदेमंद होता है। खजूर में आयरन होता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। इफ्तार के समय तला हुआ खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है। इफ्तार में तला हुआ खाना खाने से बचना चाहिए।

फाइबर युक्त चीजें खाएं

अगर रमजान के वक्त अपच की समस्या आती है तो इसे पचाने के लिए फाइबरयुक्त चीजें खानी चाहिए। इफ्तार के समय खाने खाते समय कम से कम पानी पीना चाहिए। क्योंकि ज्यादा पानी पीने खाना पचता नहीं है। जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। रमजान के महीने में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन खाना चाहिए। अधिक मात्रा में प्रोटीन खाने से कम भूख लगती है।

बीमार लोगों को ये नहीं खाना चाहिए

जिन लोगों को दिल की बीमारी और मधुमेह की बीमारी है उन लोगों को कबाब, बिरयानी और चिकन खाने से बचना चाहिए। इफ्तार से लेकर सेहरी तक खाना खाने के समय हाथ अच्छे से धो लेने चाहिए क्योंकि भूखा रहने पर शरीर में कमजोरी आ जाती है और कीटाणु जल्दी हमला करते हैं।

धूप में कतई बाहर न निकलें रोजेदार

गर्मी के दिन डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में रोजेदार धूप में बाहर न निकलें। ब्लडप्रेशर या सुगर हो तो उन्हें रोजा नहीं रखना चाहिए क्योंकि उस दशा में सुगर अनकंट्रोल हो सकता है। अगर किसी परिस्थिति में बाहर निकलने की नौबत आए तो तौलिया या गमछा बांधकर निकले। ज्यादा से ज्यादा समय कुलर व एसी में रहने से दिक्कत नहीं आएगी। अगर कोई परेशानी आए तो रोजा तोड़ दें। कमजोर, खून की कमी या गर्भवती महिलाएं तो कतई रोजा न रखें।

ज्‍यादा भोजन समस्‍या बनेगा 

सहरी और इफ्तार के समय आवश्यकता से अधिक न खाएं। अक्सर ऐसा देखा गया है कि गर्मी और थकान भरे दिनों के बाद इफ्तार के समय लोग अधिक कैलोरी वाला चिकनाई और कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार लेते हैं। जैसे तले हुए कबाब, मीट, कचौड़ी, शर्बत, कोल्ड ड्रिंक आदि जिसे खाने से रक्त शर्करा काफी बढ़ जाती है।

रोजा से जुड़ीं कुछ बातें 

रोजा रखने में खानपान का भी ध्यान रखें। जिससे सेहत सही रहे और रोजों के दौरान खलल न पड़े। रोजा रखने से बरकत के साथ अल्लाह की रहमत भी बरसती है। इसके बाद भी अधिक बीमार जिसको रोजा रखने से जान को खतरा हो। दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों को। महिलाओं को कुछ खास दिनों में और घर से 90 किलोमीटर दूर सफर करते समय यदि कोई भी रोजा नहीं रखता है, तो उसे इस गुनाह से अल्लाह बक्स देता है। खाली समय में अल्लाह की इबादत करें और आराम करें। बुराइयों से दूर रहें।

रोजेदारों को डायटिशयन की राय

डायटिशियन आकांक्षा गुप्‍ता का कहना है कि रमजान के महीने में ऐसे द्रव्य लें, जो कम मात्रा में लेने पर भी जीवनीय तत्वों की कमी न होने दें। विशेषकर तब जब इतनी भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में शरीर को पानी की अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे द्रव्य लेना चाहिए जो शरीर में डिहाइड्रेशन की स्थिति न होने दें और शरीर को पर्याप्त पोषण मिले। उन्होंने बताया कि नींबू व मौसमी में इनकंबाउंड एसिड व भारी मात्रा में एल्कालाइन होने से शरीर को खुश्की से बचाता है। इसे अधिक लेना चाहिए।

विशेष कैलोरी देने वाले पदार्थ

पदार्थ कैलोरी सौ ग्राम मात्रा में

किशमिश- 308

मुनक्का - 316

केला - 116

खजूर - 144

अखरोट- 687

काजू - 496

नारियल - 444

बादाम - 655

गन्ने का रस - 353

शहद - 319

नींबू - 129

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