SGST: आगरा में बिरयानी की ठेलों पर टीम का छापा, तौल और गल्ला देखा, अब तक 24 लाख टैक्स कराया है जमा
SGST की टीम छापामारी कर रही है। पिछले दिनों में टीम ने करीब 24 लाख रुपया कर के रूप में जमा कराया है। टीम ने बालूगंज व रकाबगंज में 14 जगह की छापामारी। आटो पार्ट्स व हेलमेट विक्रेताओं के यहां भी की गई जांच। बिरयानी की ठेल पर तुलवाई बिरयानी।
आगरा, जागरण संवाददाता। राज्य कर विभाग (एसजीएसटी) ने बालूगंज में बिरयानी की ठेलों पर छापामारी की। करीब आधा दर्जन बिरयानी की ठेलों पर कार्रवाई कर बिक्री का रिकार्ड लिया गया। बालूगंज व रकाबगंज में आटो पार्ट्स व हेलमेट विक्रेताओं समेत 14 जगह छापामारी की गई।
टर्नओवर अधिक होने पर भी रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे
राज्य कर विभाग द्वारा अधिक टर्नओवर के बावजूद पंजीकरण नहीं कराने वाली इकाइयों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। आगरा में सोमवार को पांच और मंगलवार को 13 स्थानों पर छापामारी की गई थी। विभाग के अपर आयुक्त ग्रेड वन अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में बुधवार को एसजीएसटी की टीमों ने 14 स्थानों पर छापामारी की। सुबह 10 बजे शुरू हुई कार्रवाई देर शाम तक चली।
दिनभर में बेची जाने वाली बिरयानी व आय की ली जानकारी
बालूगंज स्थित पेट्रोल पंप के पास ठेल लगाकर बिरयानी बेचने वाले करीब आधा दर्जन लोगों से विभागीय टीमों ने पड़ताल कर जानकारी जुटाई। उनसे एक दिन में बेची जाने वाली बिरयानी व उनकी आय के बारे में सवाल पूछे गए। टर्नओवर अधिक होने का हवाला देकर उन्हें पंजीकरण कराने की ताकीद की गई। टीम ने इसके अलावा बालूगंज व रकाबगंज में अाटो पार्ट्स व हेलमेट विक्रेताओं के यहां छापामारी की। उनके यहां वास्तविक बिक्री और लेखा पुस्तकों को खंगाला। दोनों के बीच के अंतर को जानने का प्रयास किया। दो अन्य टीमों ने स्क्रैप कारोबारियों के यहां जांच की। जीएसटी रिटर्न में दर्शाई गई बिक्री का मौके पर मिले दस्तावेजों से मिलान किया गया।
24 लाख रुपये जमा कराया कर
राज्य कर विभाग ने मंगलवार को 13 स्थानों पर जांच की थी। विभाग ने जांच के बाद कर के रूप में 24 लाख रुपये जमा कराए। इसमें ताज इंटरप्राइजेज से आठ लाख रुपये जमा कराए गए। विभाग का अभियान निरंतर जारी रहेगा।
तौली बिरयानी, गल्ला देखा
राज्य कर विभाग के अधिकारियों ने बिरयानी की ठेल लगाने वालों से बिक्री के बारे में जानकारी की। ठेल वालों ने अामदनी कम होने का हवाला देकर किसी तरह खर्चा चलने की बात कही। टीम ने बिरयानी के दाम और गल्ले में मिले रुपयों के आधार पर बिक्री का अनुमान लगाया। बेचने को रखी गई बिरयानी भी तुलवाई। चालान कर पंजीकरण कराने के निर्देश दिए। साथ ही पक्का बिल बनाकर बिरयानी बेचने को कहा गया।
250 से 300 रुपये की कमाई
बालूगंज में 30 वर्ष से बिरयानी की ठेल लगाने वाले ताजगंज के रईसुद्दीन ने कहा कि दिनभर मेहनत करने के बाद वह 250 से 300 रुपये कमा पाते हैं। उनकी छह बेटियां और एक बेटा है। वह हमेशा कानून का पालन करते हैं। टीम ने पंजीकरण कराने को कहा है, वह पंजीकरण करा लेंगे।
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ढाई से तीन हजार रुपये रोज कमा रहे
एक ठेल वाला एक दिन में आमतौर पर दो भगौने तक बिरयानी बेच देता है। एक भगौने में 20 से 25 किग्रा तक बिरयानी आती है। यह 200 से 250 रुपये किग्रा तक बेची जाती है। बिना कर दिए आठ से 10 हजार रुपये प्रतिदिन की बिक्री बिरयानी की ठेल लगाने वाला कर रहा है। इस पर उसे औसतन प्रतिदिन ढाई से तीन हजार रुपये की कमाई हो रही है।