आगरा के मसाले शहर की थाली का स्वाद फीका कर बढ़ा रहे केरल का स्वाद
पिछले वर्ष केरल में बाढ़ से फसल हुई थी प्रभावित। छोटी इलाइची दालचीनी और सौंठ की बढ़ी डिमांड। 3500 से 3700 रुपये प्रति किग्रा तक पहुंचा मूल्य।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्राकृतिक सुंदरता और मसालों की खेती के लिए पहचान रखने वाला केरल पिछले वर्ष आई बाढ़ के बाद उबर नहीं सका है। बाढ़ से फसल खराब होने के बाद आगरा से केरल मसाले भेजे जा रहे हैं। इनमें छोटी इलाइची, दालचीनी और सौंठ शामिल हैं।
केरल में अगस्त, 2018 में मानसून के दौरान अत्यधिक बारिश से बाढ़ आ गई थी। इसमें वहां होने वाली मसालों की खेती प्रभावित हुई थी। पश्चिमी उप्र और दिल्ली की बेल्ट के लोगों को खान-पान का शौकीन माना जाता है। इसके चलते यहां देश ही नहीं विदेशों से भी खाने का जायका बढ़ाने को मसाले मंगाए जाते रहे हैं। केरल से भी यहां मसाले आते हैं, लेकिन पिछले वर्ष आई बाढ़ के चलते इस बार हालात उल्टे हो गए हैं। केरल में मसालों की कमी के चलते आगरा व दिल्ली से मसाले भेजे जा रहे हैं। अधिक मुनाफे के लिए भी कारोबारी मसाले वहां भेज रहे हैं। युवा उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने बताया कि आगरा से कई व्यापारियों द्वारा केरल मसाले भेजे जा रहे हैं। प्रमुख रूप से छोटी इलाइची, दालचीनी और सौंठ हैं।
एक माह में दोगुने हुए इलाइची के दाम
खाने का जायका बढ़ाने वाली छोटी इलाइची के दाम आसमान छू रहे हैं। एक माह में ही उसका दाम दोगुना हो गया है। खपत अधिक होने और माल कम होने से उसकी कीमतें और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
छोटी इलाइची का उपयोग मसालों, पान मसाला आदि में भी होता है। एक माह में इलाइची के दाम इस तेजी से ऊपर चढ़े हैं कि हर कोई हैरान है। एक माह पूर्व तक 1700-1800 रुपये प्रति किग्रा तक बिक रही इलाइची आज 3500 से 3700 रुपये प्रति किग्रा तक पहुंच गई है।दरअसल, छोटी इलाइची केरल से आती थी। वहां फसल खराब होने की वजह से इस बार आवक कम है। दिल्ली, मुंबई और ग्वालियर के व्यापारियों ने इसका स्टॉक कर लिया है और वायदा कारोबार के चलते दाम बढ़ रहे हैं। किराना कमेटी के महामंत्री प्रदीप जैन बताते हैं कि केरल में इलाइची की फसल कम हुई और अमेरिका के ग्वाटेमाला से भी इलाइची नहीं आई। इसके चलते उसके दाम बढ़ गए हैं। एक माह पूर्व जो इलाइची 1700-1800 रुपये प्रति किग्रा थी वो अब 3500 से 3700 रुपये तक पहुंच गई है। यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में इसके दाम और बढ़ सकते हैं। व्यापारी विपिन अमरनाथ गुप्ता बताते हैं कि एक माह में इलाइची के दामों में 70 फीसद तक का इजाफा हुआ है। इसकी वजह कम आवक होना है।
अन्य मसालों के दाम भी बढ़े
छोटी इलाइची के दाम जहां आसमान छू रहे हैं, वहीं अन्य मसालों के दाम भी एक माह में बढ़े हैं। इससे रसोई का तड़का महंगा हो गया है।
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