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'फर्जी मुठभेड़ में मार दिया बेटा', मां के आरोपों पर घिरी आगरा पुलिस, जान बचाने को पुलिसवालों ने दिया था खून

Agra News इरादत नगर मुठभेड़ कांड में मुरैना के युवक की मृत्यु पर फंसी पुलिस। युवक की मां ने न्यायालय में दिया था प्रार्थना पत्र अभियोग दर्ज करने के आदेश। सीजेएम ने कहा पुलिस आयुक्त स्वतंत्र एजेंसी से कराए जांच।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Mon, 20 Mar 2023 02:36 PM (IST)Updated: Mon, 20 Mar 2023 02:36 PM (IST)
'फर्जी मुठभेड़ में मार दिया बेटा', मां के आरोपों पर घिरी आगरा पुलिस, जान बचाने को पुलिसवालों ने दिया था खून
मुठभेड़ में युवक को गाेली लगी थी जिसके बाद उसका इलाज लखनऊ में चला था जहां उसकी मौत हुई थी।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के इरादत नगर थाना क्षेत्र में छह महीने पूर्व मुरैना के युवक की मौत के मामले में पुलिस फंस गई है। युवक आकाश की उपचार के दौरान डेढ़ महीने बाद मौत हाे गई थी। युवक की मां ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ दिखाकर गोली मारने का आरोप लगाया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया था। न्यायालय ने थानाध्यक्ष इरादत नगर को अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभियोग दर्ज करने के आदेश किए हैं। पुलिस आयुक्त से स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने के लिए कहा है।

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अग्निवीर भर्ती के बारे में जानकारी करने आया था

गांव गडौरा थाना सराय छोला मुरैना निवासी ममता देवी ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था। ममता देवी के अनुसार पुत्र आकाश 26 सितंबर 2022 काे अपने भाई विष्णु से मिलने आगरा गया था। भाई वहां केंद्रीय आयुध डिपो में कार्यरत है। पुत्र को आगरा में होने वाली अग्निवीर भर्ती के बारे में जानकारी करनी थी। पति लाल सिंह को 27 सितंबर को सूचना मिली। बताया कि आगरा में पुलिस ने आकाश को मुठभेड़ में गोली मार दी है। उसका उपचार चल रहा है। उसकी हालत गंभीर है। लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कालेज (केजीएमसी) में अाकाश काे रेफर किया गया है। वहां 13 नवंबर 2022 को आकाश की मौत हो गई।

पुलिस पर लगाए गोली मारने के आरोप

मां का अारोप है कि उन्हें रिश्तेदार परमाल सिंह से पता चला कि आकाश बस संख्या यूपी 75एटी 9864 में पिपरई से आगरा आया था। चालक रामेश्वर ने बताया कि आकाश 26 सितंबर की सुबह चार बजे उनकी बस में बैठा था। पीड़िता ने न्यायालय में प्रस्तुत प्रार्थना पत्र में कहा कि उन्हें पूरा विश्चास है कि इरादत नगर पुलिस ने आकाश को अगवा किया। जानबूझकर उसे पास से तीन गोली मारी गईं, जिससे उसकी मौत हो गई।

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मृत्युंजय श्रीवास्तव ने मामले को गंभीर मानते हुए थानाध्यक्ष इरादत नगर को अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभियोग दर्ज करने के आदेश किए। कहा कि आदेश की एक प्रति पुलिस आयुक्त को प्रेषित की जाएगी। जिससे कि स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जा सके।

आकाश की जान बचाने को पुलिसकर्मियों ने किया था रक्तदान

मुठभेड़ में गोली लगने से आकाश का काफी रक्त बह गया था। उसे एसएन में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकेां ने उसे रक्त की आवश्यकता बताई थी। वाट्सएप ग्रुप पर पुलिसकर्मियों को रक्तदान के लिए कहा गया था। छह पुलिसकर्मियों ने उसे रक्तदान किया था। हालत बिगड़ने पर पर उसे लखनऊ केजीएमसी भेजा गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी।

पुलिस ने अवैध खनन में मुठभेड़ होने का किया था दावा

इरादत नगर पुलिस ने 27 सितंबर 2022 को मुठभेड़ दिखाई थी। दावा किया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग-3 पर तीन ट्रैक्टर-ट्राली में अवैध खनन करके चंबल सैंड भरकर ले जाई जा रही थी। जिन्हें रोकने का प्रयास करने पर चालक ने पुलिसकर्मियों पर चढ़ाने का प्रयास किया। ट्रैक्टर सवार ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में आरोपित आकाश घायल हो गया। पुलिस ने आरोपित से एक तमंचा, एक जिंदा कारतूस, पांच खोखे और चंबल सेंड से भरे दो ट्रैक्टर-ट्राली बरामद दिखाए थे। 


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