कोई सुन रहा है? 'हम बच्चों' की पुकार
प्रदेश के विभिनन जिलों के बच्चों के नेटवर्क हम बच्चे के सदस्य हुए लखनऊ में एकत्र। 15 जिलों के बच्चों के साथ आगरा की झुग्गी में रहने वाले बच्चों ने भी लिया भाग। उठाई बच्चों के अधिकारों की आवाज।
आगरा(जागरण संवाददाता): बाल विवाह के नाम पर बाल तस्करी की जा रही है। बड़े पैमाने पर बच्चों की खरीद फरोख्त हो रही है। कम उम्र में लड़किया मां बन रही हैं। घर टूट रहे हैं और बचपन सिसक रहा है..यह कहना था लखनऊ में एकत्र हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों के बच्चों के नेटवर्क 'हम बच्चे' के सदस्यों का। नेटवर्क से जुड़े बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों की सुरक्षा का सवाल उठाया।
हम बच्चे प्रदेश के 15 जिलों में बाल अधिकार के मुद्दे पर कार्यरत बाल संगठनों का साझा मंच है। मंच से जुड़े बाल संगठनों के 30 बच्चे और उनके साथ उनके संरक्षकों ने अपने जिलों में बच्चों से जुड़ी समस्याएं और उनके संभावित समाधान के मुद्दे पर लखनऊ में त्रिदिवसीय आयोजन में विचार मंथन किया और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ज्वलंत विषयों पर प्रस्तुतियां दीं।
आयोजन में महफूज नेटवर्क के पश्चिमी उप्र के समन्वयक नरेश पारस के सहयोग से आगरा के बच्चों ने अन्य जिलों के बच्चों के साथ कोई सुन रहा है? नामक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति लखनऊ के लोहिया पार्क मुख्य द्वार, 1090 चौराहा, शीरोज हैंगआउट तथा अम्बेडकर पार्क में दी।
मंचन के जरिये जहां एक तरफ बाल विवाह, बाल शोषण, बाल मजदूरी, अशिक्षा जैसी ज्वलंत समस्या से जनता को रुबरु कराया गया, वहीं इससे संबंधित कानून बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के उप्र में रूल्स और एसओपी न होने के कारण प्रभावी क्रियान्वन न होने की बात उठाई। कार्यक्रम की शुरुआत हम बच्चे थीम साग इस धरती से नील गगन तक ला-ला-ला.
से हुई। नाट्य एवं गीत प्रस्तुति के बाद बच्चों ने दर्शकों से आग्रह किया कि यदि आपके सम्मुख बाल विवाह, बालश्रम, बाल शोषण की घटना संज्ञान में आती हैं तो अपनी चुप्पी तोड़ ऐसी दुर्घटना के विरुद्ध आगे आएं और बच्चों का संबल बनें। सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, महाराजगंज, आगरा, बहराइच, अम्बेडकर नगर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, भदोही आदि जिलों से आये बच्चों ने नाट्य प्रस्तुति दी। कार्यक्रम डॉ. शम्भूनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन (शरिफा) द्वारा प्लान इंडिया के सहयोग से आयोजित किया गया। नाटक का निर्देशन अवधेश तिवारी ने किया। इससे पूर्व तीन दिनों तक डॉ. रोली सिंह के निर्देशन और राजीव कुमार सिंह के संयोजन में बाल सुरक्षा एवं सहभागिता विषय पर बच्चों को प्रशिक्षित किया गया।
कार्यशाला के आखिरी दिन बच्चों ने वीमेन पॉवर लाइन, चाइल्ड फ्रेंडली पुलिस थाना, विशेष किशोर पुलिस इकाई आदि का भ्रमण कर बाल एवं महिला सुरक्षा सम्बन्धी तंत्रों के बारे में जानकारी ली और अन्य बच्चों को भी जागरूक करने का संकल्प लिया। अपर महानिदेशक अंजू गुप्ता, उप अधीक्षक बबिता सिंह ने किशोरियों को पॉवर एंजिल बनकर अन्य बच्चों की मदद करने का आह्वान किया। महिला कल्याण निदेशालय के उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी पुनीत मिश्र ने प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।