नायक ने बयां किया आंखों देखा मंजर, कहा सामने से हमला करते तो सुला देते मौत की नींद
पुलवामा से शहीद कौशल कुमार के साथ आए नायक ने देखा था मंजर। ग्रामीण और परिजनों से बोले, खौल रहा खून, बदला तो जरूर लेंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद कौशल कुमार के पार्थिव शरीर के साथ शनिवार को कहरई गांव पहुंचे सीआरपीएफ के जवान ने अपनी आंखों से मंजर देखा था। साथियों को क्षत-विक्षत हालत में देख खून खौल उठा था। कहा ये तो कायराना हमला था। सामने से आते तो आतंकियों को वहीं मौत की नींद सुला देते।
ग्रामीण ही नहीं, शहीद के परिजन भी हमले के हालात के बारे में जानने को जिज्ञासु थे। शहीद कौशल कुमार सीआरपीएफ की 115 बटालियन में थे। इसी बटालियन के नायक ब्रजमोहन सिंह शनिवार को पार्थिव शरीर के साथ गांव पहुंचे थे। जवान ने ग्रामीणों को बताया कि हमले के वक्त वे हैडक्वार्टर में थे। जैसे ही हमले की खबर मिली, मौके पर आनन-फानन पहुंचे थे। पता चला था कि हमारे साथी वाहनों में बैठे थे। तभी आतंकियों ने कायराना हमला बोल दिया था। कहा कि अगर वो सामने से आते तो तस्वीर कुछ और होती। मौत की नींद सुला देते। साथियों के बिछुडऩे का गम था कि ये सब बताते- बताते इस जवान का गला रुंध गया। आंखें नम हो गईं। बृजमोहन मूलरूप से आगरा जिले के बरहन क्षेत्र के रहने वाले हैं।