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बदलाव: अब सॉफ्टवेयर तय करेगा रोडवेज परिचालकों के रूट Agra News

डिपो से छिनेगा अधिकार 15-15 दिन का बनेगा रोस्टर। मुख्यालय स्तर पर तैयार किए जा रहे मानक।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 19 Dec 2019 02:10 PM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 02:10 PM (IST)
बदलाव: अब सॉफ्टवेयर तय करेगा रोडवेज परिचालकों के रूट Agra News
बदलाव: अब सॉफ्टवेयर तय करेगा रोडवेज परिचालकों के रूट Agra News

आगरा, संजय रुस्तगी। होमगार्ड की तरह अब रोडवेज में परिचालकों की ड्यूटी भी मुख्यालय से ही लगाई जाएगी। इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है। ड्यूटी के लिए 15-15 दिन का रोस्टर बनाया जाएगा। अब तक ड्यूटी लगाने का काम डिपो स्तर पर होता था, जिसमें मनमानी भी चलने की शिकायत रहती थी।

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सॉफ्टवेयर के अगले माह (जनवरी) तक तैयार होने की संभावना है। इसके बाद लखनऊ मुख्यालय से परिचालकों की ड्यूटी लगाकर उसकी सूची डिपो स्तर पर भेज दी जाएगी। परिचालकों को 15 दिन की ड्यूटी करने के दौरान ही अगले 15 दिन का भी रूट बता दिया जाएगा।

ये मानक बनेंगे खास

- परिचालकों द्वारा रूट पर आय ठीक देने पर ही दोबारा रूट दिया जाएगा।

- परिचालक का व्यवहार भी महत्व रखेगा। यात्रियों की शिकायत पर उसे हटाया जा सकता है।

- परिचालकों के बारे में अधिकारियों की सकारात्मक रिपोर्ट भी आय वाले रूट दिलाने में मदद करेगी।

वर्तमान में ये है व्यवस्था

वर्तमान समय में डिपो स्तर पर ड्यूटी लगाई जाती हैं। इसमें अक्सर शिकायत रहती हैं कि मलाईदार रूट पर खास परिचालकों की ड्यूटी लगाई जाती है। कई कर्मचारी नेता कई-कई महीने मनमाफिक रूट पर ड्यूटी करते रहते हैं। एक परिचालक की तीन माह के लिए ड्यूटी लगती है, किसी तरह की गड़बड़ी होने पर बीच में ही हटाने की गुंजाइश भी रहती है। इस व्यवस्था में कई ईमानदारी से काम करने वाले परिचालक भी उपेक्षा का शिकार हो जाते हैं। नतीजतन अधिक आय वाले रूट पर भी परिवहन निगम को घाटा उठाना पड़ता है।

जल्‍द ही दिखेंगे कई बदलाव

परिवहन निगम की आतंरिक व्यवस्था के साथ ही यात्रियों की सुविधाओं को भी बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। जल्द ही बस स्टैंड पर भी काफी बदलाव दिखाई देगा।

अशोक कटारिया, परिवहन मंत्री, उप्र

बरती जाएगी पारदर्शिता

परिवहन निगम में मुख्यालय से ड्यूटी लगाने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है। ड्यूटी लगाने में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगा। जनवरी तक सॉफ्टवेयर का काम करना शुरू कर देने की संभावना है।

राजशेखर, प्रबंध निदेशक, परिवहन निगम

डिपो स्‍तर पर होगा को-ऑर्डिनेट

सॉफ्टवेयर से ड्यूटी लगाने की व्यवस्था के तहत डिपो स्तर पर दो-दो कर्मचारियों के नाम मांगे गए हैं। यह डिपो स्तर पर को-ऑर्डिनेट करेंगे।

एमके त्रिवेदी, क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन निगम, आगरा


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