पुलिस को पूछताछ में रात भर गुमराह करता रहा अमित शाह का 'तथाकथित भांजा'
विधायक योगेंद्र उपाध्याय से मिलने आया था आरोपित विधायक की सर्तकता से गया पकड़ा। पुलिस को नहीं बताया अपना असली नाम विराज शाह बताया था अपना नाम। गूगल के पोल खोलने के बाद आरोपित को किया गया गिरफ्तार।
आगरा, जागरण संवाददाता। खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भांजा बताकर विधायक योगेंद्र उपाध्याय से मिलने वाला आरोपित पुलिस को रात भर गुमराह करता रहा। पुलिस उससे बहुत ज्यादा कुछ उगलवा नहीं सकी। वह अपना नाम विराज शाह निवासी बड़ोदरा गुजरात बताता रहा।आशंका है कि वह यहां पर कई जन प्रतिनिधियों के साथ ठगी की योजना बनाकर आया था। मगर, विधायक योगेंद्र उपाध्याय की सतर्कता और गूगल ने समय रहते उसका पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए मुकदमे की कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपित से रात में कई घंटे पूछताछ की। कई चरणों में उससे सवाल किए गए। इससे कि उसके इरादों का पता लग सके। मगर, आरोपित ने पुलिस को अपनी बातों में उलझाये रखा। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय के पास चार दिन पहले युवक ने फाेन किया था। अपना नाम विराज शाह और खुद काे अमित शाह का भांजा बताया था। आगरा में होटल बिकने और उन्हें खरीदने की बाबत आने की कहा था ।रविवार की सुबह युवक ने फोन करके आगरा में होने की कहा ।विधायक से कहा कि वह यहां किसी को अपनी पहचान बताना नहीं चाहता । इसलिए वह अपने किसी भरोसे के व्यक्ति को उसके साथ यहां बाजार आदि घूमने के लिए भेज दें।
विधायक ने अपने बेटे वात्सल्य उपाध्याय को उसके साथ गाड़ी लेकर भेज दिया। मगर, युवक ने एमजी रोड स्थित एक शोरूम से 40 हजार रुपये के कपड़े खरीदने के बाद भुगतान के लिए विधायक पुत्र की ओर देखा। इसके बाद शक होने पर उसके बारे में खोजबीन शुरू की गई। विधायक के बेटे ने गूगल पर सर्च किया तो विराज शाह के पुराने कारनामे सामने आ गए। उसे घर बुलाने के बाद पुलिक को सूचना दे दी। नाई की मंडी थाने की पुलिस विधायक के नार्थ ईदगाह कालोनी स्थित आवास पर पहुंच गई। उसे हिरासत में ले लिया। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि युवक के खिलाफ विधायक ने मुकदमा दर्ज कराया है। उसे सोमवार की दोपहर में अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा।