यहां गणतंत्र दिवस के जश्न पर छाई रही खामोश परछाई, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
घंटाघर पर गूंजे देश भक्ति के गीत, बिलराम गेट के आगे प्रभात फेरी में चुप्पी। स्कूलों में भी कम पहुंचे बच्चे, कई स्कूलों ने भी बुलाने में बरती सावधानी।
आगरा,जेएनएन। घंटाघर पर सुबह से ही आजादी के तराने गूंज रहे थे। कांग्रेसियों ने यहां पर माल्यार्पण किया तो इसके बाद प्रभु पार्क तक प्रभात फेरी निकाली। अन्य संगठन भी शहर की राहों पर नजर आए। मगर गणतंत्र के उल्लास पर एक खामोश परछाई थी। जो स्कूलों में कम छात्र संख्या के रूप में नजर आई तो शहर की कुछ राहों पर प्रभात फेरी की खामोशी के रूप में। हालांकि यह सब कुछ ऐहतियातन था।
शहर में जगह-जगह पर प्रभात फेरी निकली। राहों पर भारत माता की जय के नारे भी गूंजे, लेकिन सूरज प्रसाद डागा इंटर कॉलेज के बच्चे बिलराम गेट से आगे सोरों गेट की तरफ निकले तो घोष की धुन तो थी, मगर देश भक्ति के नारे नहीं। यह चुप्पी ऐहतियात बतौर थी। एक बच्चे ने बिलराम गेट से 20 कदम की दूरी पर भारत माता की जय... का नारा भी लगाया तो कुछ शिक्षकों की उसे खोजती निगाहें बताती नजर आई कि बच्चों को पहले ही चुप्पी के लिए ताकीद किया गया था। हालांकि अन्य मार्गों से गुजरने वाली प्रभात फेरियों में धुन भी थी तो देश भक्ति के जज्बे की एक गूंज भी।
आशंकित अभिभावकों ने नहीं भेजे बच्चे
बात अगर स्कूलों की करें तो स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रम तो हुए, मगर कई स्कूलों में छात्रों की संख्या कम रही। इसके पीछे एक वजह यह रही। बीते गणतंत्र दिवस पर हंगामे के बाद बच्चों की जिस तरह से चिंता हुई थी, वो इस बार बच्चों के कदमों की बेडि़यां बन गई तो कई स्कूल वालों ने भी बच्चे कम बुलाए। जिन क्षेत्रों के बच्चों को बीते वर्ष देर तक घरों पर रोकना पड़ा था, उन क्षेत्रों के बच्चे भी नहीं बुलाए।