Sharad Purnima 2020: गूंजेगी मुरली की धुन, शरद उत्सव का छाएगा बिहारी जी में उल्लास
Sharad Purnima 2020 ठा. बांकेबिहारी मंदिर में मुरली बजाते नजर आएंगे आराध्य तो सप्तदेवालयों में चंद्रमा की ध्वल चांदी में दर्शन देंगे ठाकुरजी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुबह और शाम दोनों ही सेवाओं में एक-एक घंटे देर तक दर्शन खोले रखने का एलान किया है।
आगरा, जेएनएन। शरद पूर्णिमा पर 30 अक्टूबर को ठा. बांकेबिहारी मोर-मुकुट, कटि-काछनी और हीरे-मोती और जवाहरात धारण कर सोलह श्रृंगार में जब मुरली बजाते भक्तों को दर्शन देंगे तो भक्त भी निहाल हो उठेंगे। साल में एक ही दिन मुरली बजाते बांकेबिहारी की इस झांकी का साक्षी बनने को देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालु वृंदावन में डेरा डालेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुबह और शाम दोनों ही सेवाओं में एक- एक घंटे देर तक दर्शन खोले रखने का एलान किया है ताकि अधिक श्रद्धालुओं दर्शन सुलभ हो सकें। हालांकि कोविड-19 के चलते मंदिर में गाइड लाइन का पालन करवाते हुए दर्शन हो रहे हैं। लेकिन इस दिन मंदिर प्रबंधन भक्तों की आनलाइन बुकिंग की संख्या बढ़ाने की योजना बना रहा है।
इन मंदिरों में भी चंद्रमा की रोशनी में दर्शन देंगे ठाकुरजी
शरदपूर्णिमा पर ठा. राधासनेह बिहारी श्वेत ध्वल वस्त्रों में भक्तों को दर्शन देंगे तो सप्तदेवालयों में शामिल राधादामोदर, राधारमण, राधाश्यामसुंदर, गोविंद देव, गोपीनाथ, मदनमोहन में भी चंद्रमा की रोशन में श्वेतांबर धारण किए ठाकुरजी मुरली बजाते हुए भक्तों को दर्शन देंगे।
चंद्रकला व खीर का लगेगा भोग
शरद पूर्णिमा पर ठा. बांकेबिहारी समेत हर मंदिर में ठाकुरजी को श्वेत चंद्रकला और खीर का भोग अर्पित किया जाएगा। ठाकुरजी का प्रसाद अर्पित होने के बाद यह खीर और चंद्रकला का प्रसाद भक्तों को बांटा जाएगा।
सुबह शाम एक-एक घंटे अधिक खुलेगा मंदिर
मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा के अनुसार 30 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा पर ठा. बांकेबिहारीजी की राजभोग और शयनभोग सेवा के तय समय से एक घंटे देर तक दर्शन होंगे। सुबह 1 बजे मंदिर के पट बंद होंगे तो रात को साढ़े दस बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद होंगे।